दिल्ली देश

रातभर एलजी दफ्तर पर मंत्रियों संग जागते रहे केजरीवाल, गायब हुए एलजी

Share now

नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
चार महीने से चल रही IAS अधिकारियों की कथित ग़ैरक़ानूनी हड़ताल ख़त्म कराने, काम रोकने वाले अधिकारियों के ख़िलाफ़ एक्शन लेने तथा दिल्ली की जनता के हितों में लिये गये निर्णय को पास करवाने के लिए @LtGovDelhi टाइम नहीं दे रहे हैं। पार्टी सांसद
@SanjayAzadSln को पुलिस ने मिलने से रोका।

एलजी हाउस के बाहर धरने पर बैठे शकील मलिक, नईम मलिक व पार्टी कार्यकर्ता.

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक राज्य का मुख्यमंत्री बस इतना चाहता है कि उसके राज्य की गरीब जनता को बिना लाइन के धक्के खाए, बिना घूस दिए उसके हिस्से का पूरा-पूरा राशन पैकेट्स में हर महीने उसके घर पहुच जाए।
@ArvindKejriwal, @msisodia और दिल्ली के मंत्रियों को एलजी ने सोमवार शाम साढ़े पांच बजे बुलाया था. ये सभी राज भवन में देर रात तक बैठे रहे लेकिन एलजी ने मिलने का समय नहीं दिया. जिसके चलते ये नेता रात राजभवन में ही बिताने को मजबूर हो गए। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी मुख्य मंत्री को एलजी से मिलने के लिए इस तरह से रात भर इंतजार करना पड़ा है. एलजी के इस रवैये से लोकतंत्र ही खतरे में पड़ गया है.

मीडिया को जानकारी देते आप नेता.

वहीं, दूसरी ओर एलजी के रवैये के खिलाफ आप कार्यकर्ताओं में रोष फैल गया और वह मटियामहल विधानसभा क्षेत्र के सह प्रभारी शकील मलिक और मटियामहल के ही वरिष्ठ पार्टी नेता नईम मलिक की अगुवाई में एलजी हाउस के बाहर ही धरने पर बैठ गए.
LG दफ़्तर पर डटे CM @ArvindKejriwal मनीष सिसोदिया, गोपाल राय और सत्येंद्र जैन रातभर डटे रहे.
वह LG से मांग कर रहे थे कि तुरंत IAS अधिकारियों की गैरकानूनी हड़ताल खत्म की जाये. काम रोकने वाले IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाये और राशन की डोर-स्टेप-डिलीवरी की योजना को मंजूर किया जाये.

एलजी हाउस के बाहर आंदोलन पर डटे आप नेता शकील मलिक, नईम मलिक और अन्य.

दिल्ली की चुनी हुई सरकार और उसके मुख्यमंत्री दिल्ली के एलजी से मोहल्ला क्लीनिक और डोर स्टेप डिलीवरी पर बात करने के लिए उनके घर गए थे। LG ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को 5:30 बजे बुलाया था. मुख्यमंत्री अपने मंत्रियों समेत समय पर एलजी के घर पहुंच गए थे और कई घंटे उनके घर बैठे रहे लेकिन दिल्ली के LG का कोई अता-पता नहीं है।
पार्टी नेताओं ने कहा कि BJP के यही कर्म हैं।दिल्ली की जनता के काम रोकते हैं और दिल्ली की जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को परेशान और बेइज्जत करते हैं। ये दिल्ली की जनता का अपमान है।

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *