पठानकोट : आज पठानकोट जिले में भारतीय सीमा के आखिरी गांव सिंबल सकोल में विद्या भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री जे. एम. काशीपति, उत्तर क्षेत्र के सह संगठन मंत्री विजय सिंह नड्डा,उत्तर क्षेत्र के प्रचार प्रमुख राजेन्द्र सिंह ने सेना के साथ रक्षा बन्धन मनाया.
पंजाब प्रवास पर आये मा.काशीपति जी सर्वहितकारी बेगोवाल तारागढ़, दीनानगर, बनिलोधी के आचार्य दीदियों के साथ सिंबल सकोल पोस्ट पर पहुंचे।वहाँ पर सर्वहितकारी द्वारा चल रहे बाल संस्कार केंद्र के बच्चों ने देश भक्ति के गीत गाकर वातावरण देश भक्तिमय बना दिया।
बीएसएफ के इंस्पेक्टर प्रमोद महाजन ने सभी का स्वागत किया और सम्बोधित करते हुए कहा कि आप सबने यहाँ आकर हमारा हौंसला बढ़ाया।इसका मोल हम देश की सुरक्षा करके चुकाएंगे.
राष्ट्रीय संगठन मंत्री काशीपति ने सम्बोधित करते हुए कहा कि सेना के जवानों ने हमेशा भारत के गौरव को बढ़ाया है,हम सबके लिए अपने घर से दूर रहकर दिन रात सीमा पर सीना ताने खड़े रहते है इसलिए समाज का भी कर्तव्य बनता है कि वह भी समाज के भीतर की बुराइयों को दूर करने के लिए स्वयं को समाज कार्य में सक्रिय करें।
विजय सिंह ने कहा कि रक्षा बन्धन पर मन की संकीर्णता को त्याग कर समरस समाज बनाने की ओर अग्रसर होकर भारत उत्थान में लगने की परम् आवश्यकता है।
संस्कार केन्द्रों का किया निरीक्षण
जे.एम्.काशीपति, विजय सिंह नड्डा ने राजेन्द्र सिंह के साथ बमियाल सीमा क्षेत्र में चल रहे बाल संस्कार केंद्रों का निरीक्षण किया।सेना के साथ रक्षा बन्धन मनाने के बाद गांव सिंबल सकोल,दनवाल,बलोतर सहित केंद्रों में निरीक्षण हेतु गए,वहाँ बच्चों ने तिलक लगाकर और रक्षा सूत्र बांधकर स्वागत किया,बच्चों ने देशभक्ति के गीत,मन्त्र,गुरवाणी के शब्द गाये।
बातचीत में काशीपति ने बच्चों को पढ़ने के साथ शारीरक खेल खेलने और माता पिता,देश समाज के लिये जीने की प्रेरणा दी।सभी बच्चे और केंद्र चला रही दीदियों में वरिष्ठ अधिकारियों के आने का उत्साह देखते ही बनता था।
उल्लेखनीय है कि सर्वहितकारी शिक्षा समिति पंजाब में 300 से अधिक संस्कार केंद्रों का संचालन कर रही है। सरहदी क्षेत्र बमियाल में 10 गांवों में केंद्र चलाए जा रहे हैं.
इस अवसर पर विभाग सचिव बचन सिंह,प्रधानाचार्य विक्रम समयाल,सहदेव शर्मा,सोहन सिंह,प्रान्त संस्कार केंद्र प्रमुख बोध राज,विभाग संस्कार केंद्र प्रमुख राजकुमार,सुरेन्द्र,जितेंद्र कुमार विशेष रूप से उपस्तिथ रहें।