बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
बेरमो अनुमंडल के उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट स्थित पेंक पंचायत के कडरूखुट्टा निवासी 35 वर्षीय लालचंद महतो का शव ईराक से 40 दिन बाद रविवार को दोपहर में पहुंचा। शव पहुंचते ही गांव में ग्रामीणों की काफी भीड़ जुट गयी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और डॉक्टरों के सलाह पर आनन-फानन में दांह-संस्कार के लिए नदी तट ले गए। प्रवासी मजदूर लालचंद महतो के दो बेटे कुंजलाल महतो 15 वर्ष, रोहित कुमार महतो 14 वर्ष और बेटी पूजा कुमारी 10 वर्ष की है। पत्नि गंगिया देवी हालत स्थिर है।
पति की मौत के 40 दिन बाद विदेश से शव पहुंचने पर रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक पिछलें 14 सालों से ईराक के कुरदिस्तान स्थित स्टील प्लांट में कार्यरत था। 24 दिसंबर 2020 को प्रवासी मजदूर लालचंद महतो के क्वार्टर (ईराक) में शार्टसर्किट से आग लग गयी थी। जिससे वह बुरी तरह से झुलस गया था। बाद में उसकी मौत हो गयी। मृतक के भाई जयनंदन महतो ने बताया कि भाई का शव ईराक से हवाई जहाज से कोलकाता पहुंचा, जहां हमलोगों को सुपूर्द किया गया।