नीरज सिसौदिया, बरेली
बरेली के जिला संयुक्त चिकित्सालय का नाम महाराणा प्रताप के नाम पर रखकर देश की इस महान विभूति को जो सम्मान दिया गया था उस पर अब विभागीय अधिकारी पलीता लगाने में लगे हैं. जिला अस्पताल में महाराणा प्रताप की मूर्ति तो स्थापित नहीं की गई पर जिस स्थान पर मूर्ति स्थापना की जानी थी उसके पास ही शौचालय का निर्माण शुरू कर दिया गया. महापुरुष के इस अपमान से क्षत्रिय समाज के लोगों में आक्रोश है. उनका कहना है कि क्षत्रिय समाज की शान का ऐसा अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
दरअसल, बरेली जिला चिकित्सालय का नाम वीर महापुरुष महाराणा प्रताप के नाम पर रखा गया है लेकिन उनकी कोई भी भव्य प्रतिमा यहां फिलहाल स्थापित नहीं की जा सकी है. क्षत्रिय समाज के प्रतिनिधियों के प्रयासों से यहां प्रतिमा स्थापित करने के लिए जगह भी चिह्नित कर ली गई है और फाउंडेशन का निर्माण भी कर लिया गया था लेकिन मूर्ति स्थापित होने से पहले ही फाउंडेशन के पास ही शौचालय का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया. क्षत्रिय समाज ने इसे महापुरुष का अपमान करार देते हुए रोष जताया है.

उनका कहना है कि महाराणा प्रताप हमारे देश के गौरव हैं. उनके प्रतिमा स्थल के पास शौचालय का निर्माण उनका अपमान है जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने शौचालय का निर्माण तत्काल बंद कराने अथवा महाराणा प्रताप का मूर्ति स्थल परिवर्तित करने की मांग की है. बता दें कि जिला अस्पताल के प्रवेश द्वार के साथ मौजूद पार्क में महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापित की जानी है. इसके लिए क्षत्रिय महासभा ने बड़ी लड़ाई लड़ी जिसके बाद यह मौका आया है.