आम भाषा में कहें तो अवास्क्युलर नेक्रोसिस एक प्रकार का हड्डी का रोग है जिसके तहत खून का प्रवाह रुकने या बहुत कम हो जाने के कारण हड्डियों की कोशिकाएं मृत होने लगतीं हैं। यह हड्डियों के जोड़ों में और अधिकतर हिप जॉइंट में देखने को मिलता है। आम तौर पर यह अत्यधिक शराब का सेवन, धूम्रपान, किसी इलाज के दौरान ली गईं स्टेरॉयड की खुराक आदि के कारण देखने को मिलता है। इन दिनों यह कोविड संक्रमण की रिकवरी के बाद भी बहुत से केसेज़ में देखा जा रहा है, इसका कारण बेशक कोविड के इलाज के दौरान ली गईं स्टेरॉयड की खुराक भी हो सकती है और क्योंकि ख़ुद कोविड संक्रमण भी खून के दौरे को प्रभावित करता है इसलिए कोविड के संक्रमण के कारण भी इसके होने की सम्भावना है। मेरे अनुभव में अभी तक कोविड रिकवरी के बाद इस बीमारी से जूझने वाले तकरीबन 3 से 4 मरीज़ देखने को मिले हैं।
अब क्योंकि इलाज के दौरान डॉक्टर की सलाह के अनुसार स्टेरॉयड दिया जाना भी ज़रूरी है इसलिए मरीज़ को चाहिए कि वह रिकवरी के बाद भी अपने शरीर में होने वाले बदलावों और बहुत मामूली दिखने वाली समस्याओं को भी गंभीरता से ले और किसी भी प्रकार के दर्द या असहजता को तुरंत डॉक्टर के संज्ञान में लाये ताकि आने वाले जोखिम को रोका जा सके। अवास्क्युलर नेक्रोसिस की यदि बात करें तो इसके प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं :-
• जोड़ों में तीव्र दर्द
• जोड़ों को मोड़ने आदि में समस्या
• चलते समय लचक महसूस होना या दिक्कत महसूस होना
इनमें से किसी को भी नज़रंदाज़ न करें। इनसे बचाव के तौर पर :-
• शराब का सेवन व धूम्रपान की लत से बचें
• भोजन में पोषण को तरजीह दें
• यदि किसी बीमारी के कारण लम्बा इलाज चला हो और उसके बाद हड्डियों में दर्द रहे तो नज़रंदाज़ न करें
– डॉक्टर राजेश कुमार वर्मा, निदेशक आर्थोपेडिक्स एंड स्पाइन सर्जरी, नारायणा सुपरस्पेशेलिटी हॉस्पिटल