हिम्मत से हारना ,पर हिम्मत
कभी मत हारना
जिन्दगी रोज़ इक नया
इम्तिहान लेती है।
दो परीक्षा तो सफल
परिणाम देती है।।
परिश्रम का ईनाम यहां
मिलता है जरूर।
जीत सको तुम तो जमीं
आसमान देती है।।
अतीत को बदलना नहीं
आज सुधार करना है।
बीते की चिंता नहीं आगे
की पुकार करना है।।
परलोक सुधारने का यत्न
होता है व्यर्थ।
इसी लोक में हमें अच्छा
व्यवहार करना है।।
कर्म के अनुसार ही भाग्य
रेखाएं काम करती हैं।
आप के चरित्र से ही यह
दुआएं नाम करती हैं।।
अच्छी संगत तो रंगत को
भी देती है बदल।
दुश्चरित्र दुष्कर्म की बालाएं
बस बदनाम करती हैं।।
धैर्य लगन प्रयत्न सफलता
के अचूक तन्त्र हैं।
इच्छाशक्ति ओ विवेक जीत
के अमोघ यन्त्र हैं।।
एक रास्ता बंद होता तो भी
खुलते हैं हज़ार।
हर गलती से सीख में छिपे
अनमोल मन्त्र हैं।।
वो जीत कर ही रहता जो
कोशिश हज़ार करता है।
हारता ही वो जो शिकायत
बस बार बार करता है।।
हिम्मत से हारना पर हिम्मत
मत हारना तुम कभी।
वो जरूरआता निखरकर जो
कोशिश लगातार करता है।।
रचयिता एस के कपूर श्री हंस
बरेली।