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कांग्रेस ने तैयार किया घोषणा पत्र, जानिये क्या-क्या है कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में?

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नई दिल्ली। कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति ने घोषणा पत्र का मसौदा बुधवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सौंप दिया। समिति के प्रमुख पी चिदंबरम एवं इसके कुछ अन्य सदस्यों ने खरगे को घोषणा पत्र का मसौदा सौंपा। खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “हरित क्रांति और श्वेत क्रांति से लेकर सार्वजनिक उपक्रमों के निर्माण तक, दूरसंचार एवं आईटी क्रांति से उदारीकरण तक, समावेशी शासन से अधिकार आधारित प्रतिमान तक कांग्रेस हमेशा भारत के कल्याण और विकास के लिए प्रतिबद्ध रही है।” उन्होंने कहा, “2024 के लोकसभा चुनावों के लिए “न्याय” पर आधारित हमारे घोषणापत्र का मसौदा तैयार है और आज कांग्रेस घोषणापत्र समिति द्वारा मुझे प्रस्तुत किया गया।” कांग्रेस कार्यसमिति के समक्ष इसे अनुमोदन के लिए रखा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस का घोषणा पत्र ‘न्याय के पांच स्तंभों’ पर केंद्रित रहने वाला है और जिसमें पार्टी युवाओं को प्रशिक्षण के साथ मानदेय देने, पेपर लीक के खिलाफ सख्त कानून बनाने, जाति जनगणना कराने तथा ‘अग्निपथ’ योजना को खत्म करने जैसे कई बड़े वादे कर सकती है। पूर्व पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की अध्यक्षता वाली घोषणा पत्र समिति ने चुनाव मुद्दों के संदर्भ में लंबी मंत्रणा की है। पार्टी की घोषणापत्र समिति में प्रियंका गांधी वाद्रा, शशि थरूर, जयराम रमेश और आनंद शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता शामिल हैं। समिति के प्रमुख सदस्यों ने मंगलवार दोपहर पार्टी मुख्यालय में बैठक कर दस्तावेज़ के मसौदे को अंतिम रूप दिया था। सूत्रों ने कहा कि पार्टी का घोषणापत्र युवाओं, महिलाओं, गरीबों और किसानों को सशक्त बनाने पर केंद्रित होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी पेपर लीक के खतरे से निपटने के लिए एक योजना पर विचार कर रही है और सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता लाने के लिए अपना दृष्टिकोण पेश करने की संभावना है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में पेपर लीक की हालिया घटनाओं की पृष्ठभूमि में मंगलवार को कहा था कि उनकी पार्टी भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक ठोस योजना तैयार कर रही है और जल्द ही एक दृष्टिकोण लोगों के सामने रखेगी। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा था कि युवाओं का भविष्य ‘इंडिया’ गठबंधन की प्राथमिकता है। चुनाव से पहले बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दों को बड़े पैमाने पर उठाने के बाद कांग्रेस जर्मनी जैसे कुछ विकसित देशों की तर्ज पर युवाओं के लिए एक योजना की घोषणा कर सकती है। इस योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षण और साथ ही एक निश्चित मानदेय दिया जाता है। घोषणापत्र में 5-न्याय (न्याय के पांच स्तंभ) पर जोर होने की संभावना है, जिसका वादा कांग्रेस ने पार्टी नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान किया था। कांग्रेस के न्याय के पांच स्तंभ युवा न्याय, भागीदारी न्याय, नारी न्याय, किसान न्याय और श्रमिक न्याय हैं। सूत्रों का कहना है कि पार्टी न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी गारंटी देने और सरकारी रिक्तियों को भरने के लिए देश में जाति-आधारित जनगणना का वादा करने पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। कांग्रेस कुछ कल्याणकारी उपायों पर जोर दे सकती है जैसे कि समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों को वित्तीय सहायता प्रदान करना और यह सुनिश्चित करना कि उन्हें न्याय मिले और वो राज्य कल्याण उपायों का हिस्सा बनें। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस सेना में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ ‘ को भी खत्म करने और पुरानी भर्ती प्रक्रिया को बहाल करने का वादा कर सकती है।

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