विचार

फादर्स डे पर विशेष : मान पर सम्मान पर…

मान पर सम्मान पर। विधाओं के नाम पर। जीवन हो प्रतिकूल पर अनुरूप कैसे जीना है। पिता हो जो साथ में तो कह दो हिमालय से। तेरा गुरुर मेरे स्वाभिमान से बौना है। पिता से सीखा है मैंने हुनर को तराशना। जीवन में जितना अंधेरा उतना मन को थामना, गिरना सम्भलना यह तो भाग्य का […]

झारखण्ड

किसान पिता ने काफी कष्ट सहकर बनाया रेलवे अधिकारी

बोकारो थर्मल। कुमार अभिनंदन बेरमो अनुमंडल अतंगर्त नावाडीह प्रंखड। ऐसे तो यह प्रखंड पलायन व उग्रवाद के लिए जाना जाता है, लेकिन रंजन प्रसाद महतो ने यही की माटी पर भरोसा करते हुए बमुश्किल परिस्थितियों में किसानी कर अपने बेटे को रेलवे अधिकारी बनाया। रंजन प्रसाद महतो ने बताया कि 80 के दशक में हर […]

विचार

फादर्स डे’ पर विशेष : ‘जनक’

बरगद जैसी छाया में, हम सब सुख से रहते हैं। और जटा सी बाँहों में, सदा झूलते रहते हैं। अंधेरी रात में भी वह, सुधाकर से चमकते हैं। भविष्य की राह में भी वह, दिवाकर से विलसते हैं। जलधि जैसे गम्भीर हैं, अम्बर जैसी विशालता पाहन ह्र्दय में है निहित, भरी ममता सी कोमलता कभी […]

विचार

मुझे रखकर छांव में, खुद तपते रहे धूप में, मैंने देखा एक फरिश्ता, अपने पिता के रूप में’

डॉ. कामिनी वर्मा मुझे रखकर छांव में, खुद तपते रहे धूप में, मैंने देखा एक फरिश्ता , अपने पिता के रूप में’ पिता शब्द जेहन में आते ही उस सुरक्षात्मक घेरे की सुखद अनुभूति होती है जिसकी परिधि में आकर संतान हर प्रकार की कठिनाईयों व झंझावातों से मुक्ति प्राप्त करती है । संतान का […]