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धोबी समाज को सभी दलों ने ठगा, उत्पीड़न होता है पर न्याय नहीं मिलता, आज तक नहीं पकड़े गए छोटेलाल के हत्यारे, हमारा मकसद हर सीट पर धोबी समाज की लीडरशिप तैयार करना है, 54 जिलों में बन चुके हैं अध्यक्ष, लखनऊ की बैठक में तय होगा आगे का एजेंडा, पढ़ें सर्व जन आम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश भास्कर का बेबाक इंटरव्यू

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समाजवादी पार्टी में विभिन्न पदों पर अहम भूमिका निभाने वाले धोबी समाज के नेता जयप्रकाश भास्कर ने वर्ष 2024 में सर्व जन आम पार्टी नामक राजनीतिक दल का गठन किया है। यह दल धोबी समाज का संभवत: पहला ऐसा राजनीतिक दल है जो बेहद कम समय में पूरे प्रदेश में विस्तार करने में सफल रहा है। पार्टी के गठन की जरूरत क्यों पड़ी? अब तक प्रदेश में पार्टी के विस्तार की प्रक्रिया कहां तक पहुंची? पार्टी का एजेंडा क्या है और धोबी समाज को जोड़ने के लिए पार्टी क्या कदम उठाने जा रही है? ऐसे कई सवालों के सर्व जन आम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश भास्कर ने बड़ी बेबाकी से जवाब दिए। पेश हैं इंडिया टाइम 24 के संपादक नीरज सिसौदिया के साथ जयप्रकाश भास्कर की विशेष बातचीत के मुख्य अंश…

सवाल : आप मुझे रूप से कहां के रहने वाले हैं और आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि क्या रही?
जवाब : मेरा जन्म 15 जुलाई 1987 को हुआ था। मैं बरेली जिले के ग्राम मथुरापुर, पोस्ट सीबीगंज का रहने वाला हूं और एक सामान्य किसान परिवार से ताल्लुक रखता हूं। मेरी कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। हम 6 भाई-बहनों में मैं सबसे बड़ा हूं।

सवाल : राजनीति में आना कब और कैसे हुआ? अब तक का राजनीतिक सफर कैसा रहा?
जवाब : वर्ष 2006 में मैंने सक्रिय राजनीति में कदम रखा था। पूर्व मंत्री अता उर रहमान मुझे राजनीति में लेकर आए थे। उन्होंने ही मुझे समाजवादी पार्टी में शामिल कराया था। वर्ष 2007 में तत्कालीन महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद साहब की कमेटी में मुझे महानगर कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया। वर्ष 2010 में मुझे महानगर सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लगभग दस साल तक सेवा करने के बाद वर्ष 2020 में मुझे समाजवादी पार्टी में जिला सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई।

सवाल : आपने फरीदपुर सुरक्षित विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी से टिकट की दावेदारी भी की थी?
जवाब : जी बिल्कुल की थी। दरअसल, वर्ष 2018 से ही मैंने फरीदपुर विधानसभा सीट से वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी थी। इसलिए वर्ष 2022 में जब विधानसभा चुनाव आए तो मैंने टिकट का दावा पेश किया लेकिन सपा ने पूर्व विधायक विजयपाल सिंह को टिकट दे दिया।

सवाल : अपनी अलग पार्टी के गठन का विचार कैसे आया और कब गठन किया?
जवाब : वर्ष 2022 में समाजवादी पार्टी ने मुझे टिकट नहीं दिया और विजयपाल सिंह को प्रत्याशी बनाया। विजयपाल सिंह चुनाव हार गए। इसके बाद हमारे धोबी समाज के लोगों ने और मेरे सहयोगियों ने पार्टी के गठन की इच्छा जताई। उनका मकसद धोबी समाज और दलित समाज को उचित प्रतिनिधित्व दिलाना था जो कि अन्य कोई भी पार्टी नहीं दे रही थी। प्रदेश में हमारे धोबी समाज की आबादी लगभग 6% है लेकिन हमारे समाज के 6% लोगों को टिकट नहीं दिया जाता था। राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पार्टियां दलितों की बात तो करती रहीं लेकिन धोबी समाज की हमेशा उपेक्षा की गई। उन्हें आगे बढ़ने का मौका नहीं दिया गया। इसलिए हमने पूरे प्रदेश में धोबी समाज की आवाज बुलंद करने की दिशा में कदम बढ़ाने का निर्णय लिया। काफी विचार विमर्श के बाद एक ऐसी पार्टी के गठन का निर्णय लिया गया जिसमें न सिर्फ धोबी समाज को उसकी आबादी के अनुसार हिस्सेदारी मिले बल्कि दलित समाज की अन्य उपजातियों को भी समान अवसर मिले जो अन्य दलों में आज भी उपेक्षित हैं। इसके परिणाम स्वरूप सर्व जन आम पार्टी के गठन का निर्णय लिया गया। विगत नगर निगम चुनाव के बाद पार्टी के गठन की प्रक्रिया शुरू की गई। इस पूरी प्रक्रिया में लगभग एक साल का समय लगा और 23 जून 2024 को सर्व जन आम पार्टी अस्तित्व में आ गई।

सवाल : पार्टी के गठन की मुख्य वजह क्या रही?
जवाब : पार्टी के गठन की मुख्य वजह यह रही कि हमारे धोबी समाज का जगह-जगह उत्पीड़न किया जाता है और जब चुनाव आता है तो हमारे समाज को हर राजनीतिक दल ठगने का काम करता है लेकिन उनका काम कोई नहीं करता। नहीं हमारे समाज की लोगों की किसी भी प्रकार से मदद की जाती है। उदाहरण के तौर पर जैसे अगर हमारे समाज की किसी व्यक्ति की हत्या हो जाती है तो ऐसे बहुत कम लोग होते हैं जिन्हें न्याय मिल पाता है। उनका मुकदमा तक तर्ज नहीं किया जाता। इतना ही नहीं जब हमारे समाज का कोई व्यक्ति किसी दुर्घटना का शिकार हो जाता है तो उसे पर ध्यान नहीं दिया जाता जबकि सरकार में बैठे किसी नेता किसी मंत्री के समाज के लोगों के साथ अगर कोई हादसा होता है तो उन्हें 25 लाख, 50 लाख रुपए जैसा भारी भरकम मुआवजा दिया जाता है लेकिन हमारे धोबी समाज के साथ भेदभाव किया जाता है उन्हें किसी प्रकार का कोई मुआवजा नहीं दिया जाता। इन सब चीजों को देखकर पीड़ा होती है।

सवाल : क्या आप धोबी समाज के उत्पीड़न की घटनाओं का कोई उदाहरण दे सकते हैं जहां उनके साथ अन्याय हुआ हो?
जवाब : संभल जिले में कुछ साल पहले चक रोड को लेकर हुए विवाद में बीच सड़क पर दिन-दहाड़े कुछ बंदूकधारियों ने हमारे समाज के छोटेलाल और उनके बेटे की हत्या कर दी थी। उन्हें आज तक इंसाफ नहीं मिल सका है। गुलाबो देवी हमारे समाज की ही हैं, सरकार में मंत्री भी हैं लेकिन आज तक मंत्री तो दूर सरकार का कोई भी नुमाइंदा उस पीड़ित परिवार से मिलने तक नहीं गया।

सवाल : पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए आपने अब तक क्या प्रयास किए हैं?
जवाब : सबसे पहले हमने प्रदेश के सभी जिलों में टीम बनाने का लक्ष्य रखा है और अब तक लगभग 40 में हम जिला अध्यक्ष बन चुके हैं और ज्यादातर जिलों में जिला कार्यकारिणी का भी गठन किया जा चुका है। अन्य जिलों में भी जिला अध्यक्ष और जिला कार्यकारी के गठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। रक्षाबंधन के तुरंत बाद लखनऊ में पार्टी की एक विशाल बैठक होने जा रही है जिसमें पूरे प्रदेश के जिला अध्यक्ष शामिल होंगे और पार्टी के एजेंडे के बारे में उन सभी को बताया जाएगा, कुछ नए एजेंडे तय किए जाएंगे और उन एजेंडों पर आगे काम किया जाएगा। हर जिले में जनसंपर्क किया जाएगा और धोबी समाज को जोड़ने का काम किया जाएगा। हमारी पार्टी का मुख्य मकसद धोबी समाज में जिम्मेदार नेतृत्व तैयार करना है।

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