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इशारों-इशारों में कई संकेत दे गए अखिलेश, बरेली एयरपोर्ट पर चुनिंदा नेताओं से हुई मुलाकात, पूर्व मंत्री अता उर रहमान और डॉक्टर अनीस बेग का बढ़ाया मान, जानिए क्या-क्या हुआ हवाईअड्डे पर?

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नीरज सिसौदिया, बरेली

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव विगत आठ अक्टूबर को रामपुर में पूर्व मंत्री और सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां से एकांत में हुई मुलाकात के बाद बरेली आए थे। यहां उन्होंने चुनिंदा पार्टी नेताओं से मुलाकात की और पूर्व मंत्री अता उर रहमान एवं बरेली कैंट विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे डॉक्टर अनीस बेग को विशेष तरजीह देते हुए उनका मान बढ़ा गए। बरेली हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बेगुनाह लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। जो बेगुनाह है उसे तत्काल रिहा किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी बेगुनाहों की लड़ाई कोर्ट में लड़ेगी। असल में जो मीडिया में साम्प्रादिक दंगा दिखाया जा रहा है वह सांप्रदायिक है ही नहीं, उस दिन जो हुआ उसके बाद कोई हिंदू-मुस्लिम भाई सड़क पर नहीं आया, यही सुबूत है बरेली की गंगा-जमुनी तहजीब का।


इस दौरान अता उर रहमान ने अखिलेश यादव को 13 तारीख को अपनी पुत्री के विवाह में आमंत्रित भी किया। इस आमंत्रण को सहर्ष स्वीकार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि वह शादी में जरूर आएंगे। साथ ही अखिलेश यादव ने अपने इस दौरे की प्रेसी ब्रीफिंग के लिए अता उर रहमान को जिम्मेदारी सौंपी।


अखिलेश यादव से मुलाकात करने वालों में आंवला सांसद नीरज मौर्य, रामपुर सांसद मोहिबुल्लाह नदवी, पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव, पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन, बहेड़ी विधायक और पूर्व मंत्री अता उर रहमान, पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप, भोजीपुरा विधायक शहजिल इस्लाम, मीरगंज के पूर्व विधायक सुल्तान बेग, पूर्व विधायक आरके शर्मा, पूर्व विधायक विजयपाल सिंह, जिला महासचिव संजीव यादव, एडवोकेट प्रमोद यादव सहित 18 नेता शामिल थे।


इस दौरान अखिलेश यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बरेली के मौजूदा हालात और शहर एवं कैंट विधानसभा सीटों पर जीत की उम्मीद को लेकर भी चर्चा की। पूर्व सांसद वीरपाल यादव से अखिलेश यादव ने पूछा कि इस बार कितनी सीटें जिता रहे हो। इस पर वीरपाल ने जवब में शहर विधानसभा सीट कमजोर होने की बात कही।

शमीम खां सुल्तानी सहित अन्य पार्टी नेताओं ने उन्हें बताया कि कैंट सीट पर हार-जीत का अंतर अब महज 3200 वोटों पर आ चुका है। वहीं, शहर विधानसभा सीट पर यह आंकड़ा 18 हजार वोटों का रह चुका है। कुछ नेताओं ने अखिलेश यादव को बताया कि शहर विधानसभा सीट जीतना पार्टी के लिए थोड़ा मुश्किल है। इस सीट को कांग्रेस को देने की बात भी बैठक में उठी। उस दौरान सबकी निगाहें ऐरन पर जा टिकीं। हालांकि, इसके आगे अखिलेश ने कुछ नहीं कहा।


इस दौरान डॉक्टर अनीस बेग ने बुके भेंट कर अखिलेश यादव का स्वागत किया और कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा भी जाहिर की। बहरहाल, छोटी सी मुलाकात के दौरान अखिलेश यादव बरेली के सियासी माहौल की टोह लेकर गए।

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