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संजय आनंद ने छोड़ा मैदान, संभालेंगे दुकान, और मजबूत हुई महेश पांडेय, अब्दुल कयूम मुन्ना और राजेश अग्रवाल की दावेदारी, कलीमुद्दीन चुपके-चुपके कर रहे तैयारी

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नीरज सिसौदिया, बरेली
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में समाजवादी पार्टी की हार के बाद समाजवादियों में खलबली मच गई है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीत के बाद जिस ऊर्जा का संचार पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं में हुआ था वह अब ठंडा पड़ता नजर आ रहा है. शहर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के टिकट के मजबूत दावेदार माने जा रहे संजय आनंद ने चुनाव लड़ने में असमर्थता जाहिर की है. फिलहाल वह राजनीतिक उलझनों से दूर रहकर सुकून से व्यापार ही करना चाहते हैं. सूत्र बताते हैं कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में सपा की हार और चुनाव में करोड़ों रुपये का खर्च देखते हुए संजय आनंद ने फिलहाल अपनी दुकान संभालने का निर्णय लिया है. पंजाबी महासभा के माध्यम से समाजसेवा का उनका सफर आगे भी जारी रहेगा.

संजय आनंद

हालांकि, कुछ सूत्रों का यह भी कहना है कि शहर विधानसभा सीट से टिकट के लिए पूर्व जिला महासचिव और जिला सहकारी संघ के पूर्व चेयरमैन महेश पांडेय का नाम सामने आने के बाद छोटे मोटे नेता खुद ब खुद ही पीछे हटने लगे हैं. बहरहाल, संजय आनंद के पीछे हटने के बाद महेश पांडेय के साथ ही नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष राजेश अग्रवाल और चार बार लगातार पार्षद का चुनाव जीतते आ रहे दबंग नेता अब्दुल कयूम मुन्ना की दावेदारी और अधिक मजबूत हो गई है. राजेश अग्रवाल का टिकट पिछले चुनावों में भी फाइनल हो चुका था लेकिन शहर विधानसभा सीट गठबंधन के कारण कांग्रेस के खाते में चली गई थी और प्रेम प्रकाश अग्रवाल गठबंधन के उम्मीदवार बनाए गए थे. ऐसे में इस बार महेश पांडेय के बाद हिन्दू चेहरे में सबसे बड़ा नाम राजेश अग्रवाल का ही है.

महेश पांडेय
राजेश अग्रवाल

वहीं, मुस्लिम दावेदारों में टिकट के लिए आवेदन करने वाले नेताओं में सबसे बड़ा नाम अब्दुल कयूम मुन्ना का है. संजय आनंद के पीछे हटने के बाद फिलहाल समाजवादी पार्टी में खत्री पंजाबी समाज के उम्मीदवार की संभावनाएं खत्म नजर आ रही हैं. अब टिकट के लिए मुकाबला हिन्दू और मुस्लिम दावेदारों के बीच ही रह गया है.

अब्दुल कय्यूम मुन्ना

ऐसे में फिलहाल टिकट का गणित महेश पांडेय, राजेश अग्रवाल और अब्दुल कयूम मुन्ना के इर्द गिर्द ही घूम रहा है.
हालांकि सपा में एक मुस्लिम दावेदार ऐसा भी है जो चुपके चुपके टिकट की तैयारी में जुटा है. शमीम खां सुल्तानी हों या जफरयाब जिलानी उस शख्स द्वारा किए जा रहे प्रयासों से हर कोई भली भांति वाकिफ है. उस शख्स का नाम मो. कलीमुद्दीन है. मूलरूप से नवाबगंज के रहने वाले कलीमुद्दीन बरेली की सियासत में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं.

मो. कलीमुद्दीन

पिछले लगभग दो वर्षों से वह समाजसेवा के क्षेत्र में काफी अधिक सक्रिय हो गए हैं और टिकट के लिए आवेदन भी कर चुके हैं. इन दिनों कलीमुद्दीन शहर विधानसभा क्षेत्र में ताबड़तोड़ बैठकें भी कर रहे हैं. नया चेहरा होने के कारण कलीमुद्दीन को टिकट के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है. लगभग डेढ़- दो साल पहले ही पार्टी में शामिल हुए कलीमुद्दीन पुराने दिग्गजों के बीच से टिकट ले जाने में कामयाब हो पाएंगे अथवा नहीं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
बहरहाल, संजय आनंद के मैदान छोड़ने के बाद सपा में तीन प्रमुख दावेदार महेश पांडेय, राजेश अग्रवाल और पूर्व मंत्री अताउर्रहमान के करीबी अब्दुल कयूम मुन्ना ही रह गए हैं. इनमें महेश पांडेय ने टिकट के लिए कोई आवेदन नहीं किया है.

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