यूपी

चेकिंग स्टाफ ने डीआरएम से की थी सीआईटी की शिकायत, गुंडागर्दी का था आरोप, नहीं हुई कार्रवाई

Share now

नीरज सिसौदिया, बरेली
रेलवे के चेकिंग स्टाफ ने टीटीआई की शिकायत मुरादाबाद मंडल रेल प्रबंधक से करते हुए गुंडागर्दी करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने डीआरएम को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया कि बरेली रेलवे स्टेशन पर इन दिनों टी.टी.आई ऑफिस में सीआईटी लाइन गुंडागर्दी से काम करते हैं। टी. टी. आई जबरन सीनियर टीटी को धमका कर काम कराते हैं. कई बार समस्त चेकिंग स्टाफ द्वारा डीआरएम कार्यालय मुरादाबाद में इसकी शिकायत भी कर चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद समस्त चेकिंग स्टाफ जूनियर टी. टी.आई लाइन भावेश शर्मा के खिलाफ धरने पर भी बैठा था जिसकी जानकारी सीनियर डीसीएम रेखा शर्मा और डीआरएम मुरादाबाद तरुण प्रकाश को भी है. भावेश शर्मा टीटीआई लाइन पर बरेली जंक्शन स्थित टी.सी ऑफिस में स्टाफ कर्मचारियों को धमकाने के भी आरोप लगे हैं.
बरेली रेलवे स्टेशन अक्सर चर्चाओं में रहने वाला स्टेशन है. हाल ही में डीआरएम के द्वारा फायर सेफ्टी को लेकर किए गए निरीक्षण में रेल कर्मचारी को सस्पेंड किया गया था।
बरेली में रेलवे स्टेशन पर चेकिंग स्टाफ द्वारा कई बार शिकायत करने पर भी भावेश शर्मा टी. टी.आई लाइन पर डीआरएम मुरादाबाद कार्यालय से कोई कार्रवाई नहीं हुई, उल्टा उसे प्रमोशन देकर टीटीआई लाइन का पद दे दिया गया. बरेली के सीनियर टीटीआई के कार्य में दखल देने शिकायतें भी की गई हैं जिसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई. आरोप है कि भावेश शर्मा सीनियर टीटीआई बालकराम के कार्य खुद करते हैं. जैसे ड्यूटी रोस्टर बनाना जो काम सी.आई.टी लाइन के अंतर्गत नहीं आता है. आरोप है कि बालक राम द्वारा जब इसका विरोध किया गया तो उन्हें यह कहकर चुप करा दिया गया कि सीनियर डीसीएम मुरादाबाद भावेश की रिश्तेदार है. विरोध किया तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा. समस्त चेकिंग स्टाफ द्वारा जब भावेश शर्मा के खिलाफ स्टाफ द्वारा धरना दिया गया. जिसके बाद धरना देने वाले चेकिंग स्टाफ के खिलाफ भावेश शर्मा द्वारा मंडल कार्यालय मुरादाबाद में गलत तरीके से रिपोर्ट दी गई जो काम सीआईटी लाइन का नहीं है स्टाफ के कर्मचारियों को प्रताड़ित भी किया गया. जिसको लेकर समझ चेकिंग स्टाफ में डर का माहौल पैदा हो गया है.

एक जूनियर टी टी आई के लिए जबरदस्ती बनी सीआईटी लाइन की पोस्ट

सन् 1999 में बरेली जंक्शन पर 240 का चेकिंग स्टाफ हुआ करता था परंतु आज के समय में 82 ही रह गया है जबकि बरेली में ‘सी.आई.टी लाइन’ की पोस्ट थी ही नहीं. फिर भी एक टी.टी.आई के लिए सी.आई. टी लाइन की पोस्ट निर्धारित कर दी गई जो कि नियम के विपरीत बताई जाती है.

ऐसे भी टीटीआई हैं जो बिहार में रहकर काम करते हैं पर हाजिरी बरेली में लगती है

बरेली जंक्शन चेकिंग स्टाफ में एक टीटी आई ऐसे भी हैं जो बिहार में रहकर बरेली में काम करते हैं. यह टीटीआई बरेली रेलवे स्टेशन पर तैनात हैं, उनकी ड्यूटी बोर्डिंग व डी बोर्डिंग की है बरेली रेलवे स्टेशन पर वह बिहार में रहते हैं. उनके फर्जी हस्ताक्षर बरेली में किए जाते हैं उन्हें यह स्पेशल सुविधा क्यों दी जाती है? पता नहीं। बरेली जंक्शन के सी.आई. टी ऑफिस रिकॉर्ड देखे जाएं तो काफी गड़बड़ियां मिलेंगी.

सीआईटी लाइन पर धमकी देने का आरोप 

बरेली के चेकिंग स्टाफ द्वारा कई बार भावेश शर्मा के खिलाफ मंडल कार्यालय मुरादाबाद में शिकायत कराई गई है परंतु अभी तक कोई भी कार्रवाई मंडल द्वारा नहीं की गई है. आरोप है कि भावेश सभी शिकायतकर्ताओं को नौकरी से निकलवाने की धमकी देते हैं.

Facebook Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *