विचार

पिघल रहे हिमालय से आ सकती है भयानक विपत्तियां

वीरेन्द्र बहादुर सिंह ‘ग्लोबल वार्मिंग’ अब एक जानामाना शब्द बन गया है। दुनिया में कहीं प्रचंड बाढ़ आती है, तो कहीं भीषण अकाल पड़ रहा है, तो कहीं भूकंप आ रहा है, तो कहीं ज्वालामुखी फट रही है। ऋतुचक्र बदल रहा है। बरसात देर से शुरू होती है और देर से खत्म होती है। फ्रांस […]