‘मस्जिदों पर जान दी, कुर्बां शिवालों पर हुए कितने काले तजुर्बे उजली किताबों पर हुए’ हिन्दू-मुस्लिम के बंटवारे ने हिन्दुस्तान की धरती को न जाने कितनी बार लहू के रंग में रंग दिया. न जाने कितने सियासतदानों ने निजी स्वार्थ के लिए हिंदू-मुस्लिम के नाम पर जनता को बांटने का काम किया. ऐसे फिरकापरस्तों की […]