अमित कुमार यादव, समस्तीपुर
जिले के शाहपुर पटोरी प्रखंड के अंतर्गत धमौन में अवस्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और उपकेंद्र अभी भी नियमित नहीं खुलता है। यहां पदस्थापित चिकित्सक के प्रशिक्षण में चले जाने के बाद पिछले तीन महीने तक इस अस्पताल में ताला लटका रहा। बाद में लोगों ने जब इसका विरोध किया तो उन्हें सप्ताह में एक दिन अस्पताल खोले जाने का आश्वासन दिया गया। परन्तु आश्वासन के बावजूद नियमित रूप से अस्पताल नहीं खुल सका। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा क्षेत्र की उपेक्षा से इस गांव के लोगों में गहरा आक्रोश है।
लोगों ने बताया कि यदि अस्पताल नियमित नहीं खुलता और यहां सारी सुविधाएं बहाल नहीं होती तो वे चरणबद्ध आंदोलन शुरू करेंगे। इस संबंध में पूछे जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि चिकित्सक के प्रशिक्षण पर जाने के कारण असुविधा हो रही थी। जिसे देखते हुए सप्ताह में एक दिन वहां काम शुरू कराया गया था। अब सप्ताह में दो दिनों तक अस्पताल खोले जाने का प्रबंध किया जा रहा है।
इस संबंध में सिविल सर्जन से भी पत्राचार किया गया है और वहां से आए दिशा-निर्देश के आधार पर आगे काम किया जाएगा। ज्ञात हो कि लगभग पांच पंचायतों और इसके आसपास की बड़ी आबादी स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित है। इधर, इस मामले से संबंधित एक हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन विभिन्न उच्चाधिकारियों को सौंपा गया था। यह आवेदन युवा किसान संघ सह जन कल्याण समिति समस्तीपुर के अध्यक्ष सुधीर कुमार, दीपक कुमार, चंदन यादव, अनिल राय, ललन कुमार, उदय कुमार आदि ने दिया था। आवेदन सिविल सर्जन, डीएम, एसडीओ के अलावा स्वास्थ्य विभाग को भी भेजा गया था। दिए गए आवेदन में लिखा गया था कि लगभग तीस हजार की आबादी वाले क्षेत्र में इस केंद्र के बंद होने से लोगों को काफी अधिक परेशानी उठानी पड़ रही है।
पटोरी मुख्यालय से सड़क की स्थिति अत्यंत बदतर हो गई है जिससे रोगियों को लाना और ले जाने में काफी कठिनाई होती है। लोगों ने शिकायत की कि पंचायतों के चुने हुए प्रतिनिधि तथा सांसद, विधायक व विभागीय अधिकारियों की नजर इस पर है ही नहीं। ज्ञात हो कि चिकित्सा कर्मियों के स्थानांतरण के बाद से यह केंद्र लगातार बंद था।