दीपक शर्मा, लोहाघाट
चम्पावत जिले के दूरस्थ भिंगराड़ा क्षेत्र के ग्राम पंचायत करौली में जल्द पिरूल से बिजली बनाने वाला प्लांट स्थापित होगा। प्लांट लगाने के लिए उरेडा विभाग को शासन से मंजूरी मिल गई है। भिगराड़ा क्षेत्र के करौली ग्राम पंचायत में 25 किलोवाट का पिरूल से बिजली बनाने वाला प्लांट तैयार करने की कवायद शुरू हो गई है।
पिरूल से बिजली बनाने का प्लांट भिंगराड़ा क्षेत्र के करौली ग्राम के ग्रामीण प्रताप राम के नाम से मंजूर हुआ है। प्रताप राम ने इसके लिए पांच महीने पहले ही मुख्यालय देहरादून में आवेदन किया था जिसे शासन स्तर से प्लांट तैयार करने के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। प्लांट तैयार करने के लिए उपभोक्ता को 15 लाख रुपये तक की सब्सिडी उरेडा विभाग से मिलेगी। भिंगराड़ा वनक्षेत्र में चीड़ के जंगल अधिक हैं। प्लांट लगने के बाद क्षेत्र के लोगों को भी रोजगार मिलेगा। लोग जंगलों से चीड़ का पिरूल इकट्ठा कर प्लांट में बिजली बनाने के लिए बेचेंगे।
प्लांट लगने के बाद चीड़ के जंगलों में नहीं लगेगी आग
करौली ग्राम पंचायत में पिरूल से बिजली बनने का प्लांट लगने के बाद गर्मियों में चीड़ के जंगलों में आग लगने का सिलसिला भी कम हो जाएगा। गर्मियों के दौरान चीड़ के जंगलों में अधिक आग लगती है।
चंपावत के भिंगराड़ा क्षेत्र के ग्राम पंचायत करौली में पिरूल से बिजली बनाने वाला प्लांट लगाने के लिए मंजूरी मिल गई है। करौली में प्लांट लगाने की कार्रवाई तेज कर दी है। जल्द प्लांट स्थापित हो जाएगा।
बीसी रावत, जिला परियोजना अधिकारी, चंपावत।