आगरा, एजेंसी
दिल्ली की रहने वाली योगिता एमबीबीएस करके डॉक्टर बन चुकी थी| उसे अपना ही एक साथी फिर तिवारी से मोहब्बत हो गई| 7 साल तक दोनों रिलेशन में रहे उसके बाद एक दिन विवेक तिवारी योगिता को कार में बैठाकर कहीं ले जाने लगा फिर दोनों में कार में झगड़ा हो गया. इस पर विवेक तिवारी को गुस्सा आ गया और उसने योगिता का गला दबा दिया| इसके बावजूद योगिता मरी नहीं थी इस पर विवेक तिवारी आग बबूला हो गया और उसने चाकू से गोदकर योगिता को मौत के घाट उतार दिया. इस तरह लोगों को जिंदगी देने वाली एक एमबीबीएस डॉक्टर हमेशा के लिए मौत के आगोश में समा गई| पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी विवेक तिवारी उरई जालौन मेडिकल कॉलेज में मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात है जबकि योगिता आगरा के एक मेडिकल कॉलेज में बतौर डॉक्टर तैनात थी| योगिता के पिता और भाई भी डॉक्टर हैं| बताया जाता है कि आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है| पुलिस को दिए गए बयान में आरोपी ने कहा कि जब उन दोनों की कार में लड़ाई होने लगी तो उसने योगिता को मौत के घाट उतार दिया इसके बाद उसकी लाश को एक खाली प्लॉट में फेंक दिया| वारदात मंगलवार शाम की है और पुलिस ने बुधवार की सुबह महिला डॉक्टर की डेड बॉडी बरामद की थी| मृतका के पिता ने पुलिस को बताया था कि योगिता आरोपी डॉक्टर के संपर्क में थी और वे उसे अक्सर परेशान किया करता था| इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज निकाली तो खुलासा हो गया| इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया|