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कैंट विधानसभा सीट : दमदार दावेदार तैयार, अखिलेश की इजाजत का इंतजार

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नीरज सिसौदिया, बरेली
कैंट विधानसभा सीट पर अब तक मजबूत दावेदार का संकट झेल रही समाजवादी पार्टी को कुछ राहत मिलती नजर आ रही है. पूर्व विधायक सुल्तान बेग के भाई डा. अनीस बेग अब कैंट सीट से चुनावी मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं. उन्हें अखिलेश यादव की हरी झंडी का इंतजार है.
दरअसल, कैंट विधानसभा सीट पर भाजपा के चार मजबूत दावेदार हैं. इनमें पूर्व मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेश अग्रवाल के सुपुत्र मनीष अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष संजीव अग्रवाल, मेयर डॉक्टर उमेश गौतम और डा. प्रमेंद्र माहेश्वरी. ये सभी ऐसे चेहरे हैं जिनके मुकाबले सपा के पास कोई मजबूत चेहरा नहीं था. सपा अक्सर इस सीट से मुस्लिम उम्मीदवार उतारती रही है और संभवत: इस बार भी मुस्लिम को ही टिकट देने की तैयारी है. समाजवादी पार्टी के पूर्व महानगर अध्यक्ष डा. मो. खालिद यहां से सपा का एकमात्र ऐसा चेहरा हो सकते थे जो एक कुशल रणनीतिकार होने के साथ ही जीत का रास्ता भी खोल सकते थे लेकिन अब वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष बन चुके हैं. ऐसे में सपा के पास कैंट सीट पर कोई बड़ा प्रभावी चेहरा नहीं नजर आ रहा. पिछले दिनों मीरगंज के पूर्व विधायक सुल्तान बेग के भाई और समाजवादी पार्टी के चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डा. अनीस बेग ने एक इंटरव्यू में कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी. डा. अनीस बेग लोकप्रिय शख्सियत होने के साथ ही विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं. वर्ष 2012 में उन्होंने शहर विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था. उसके बाद उनका पूरा परिवार सपा में शामिल हो गया था और तब से सपा के ही वफादार बने हुए हैं. इन नौ वर्षों में डा. अनीस बेग राजनीति में पूरी तरह से परिपक्व हो चुके हैं साथ ही शहर में अपना एक अलग मुकाम भी हासिल कर चुके हैं. समाजवादी ही नहीं विरोधी दलों के सियासतदान भी डा. अनीस बेग के व्यक्तित्व के मुरीद हैं. हिन्दू समाज में भी वह अच्छी पैठ रखते हैं. फिलहाल समाजवादी पार्टी में कैंट विधानसभा सीट से ऐसा कोई चेहरा नजर नहीं आता जो डा. अनीस बेग से बेहतर हो. अगर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से सपा का गठबंधन होता है तो यह सीट प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के खाते में जा सकती है और डा. मो. खालिद का गठबंधन का उम्मीदवार बनना लगभग तय है. अगर गठबंधन नहीं होता और सपा इस सीट पर अपना प्रत्याशी उतारती है तो डा. अनीस बेग सबसे बेहतर विकल्प हो सकते हैं.
बता दें कि पिछले दिनों यह चर्चा हो रही थी कि डा. अनीस बेग शहर विधानसभा सीट से सपा के उम्मीदवार हो सकते हैं लेकिन डा. बेग ने सारी चर्चाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि अगर राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इजाजत देंगे तो वह कैंट सीट से चुनाव लड़ने को तैयार हैं. बहरहाल, कैंट सीट से सपा को एक बेहतर चेहरा डा. अनीस बेग के रूप में मिल गया है. अगर पार्टी मुस्लिम चेहरे पर दांव खेलती है तो अनीस बेग को मौका मिल सकता है.

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