नीरज सिसौदिया, बरेली
नगर निगम चुनावों में अभी लगभग एक साल का वक्त बचा है लेकिन चर्चाओं का बाजार अभी से गर्म होने लगा है। वार्ड 61 में लगे कुछ बैनर चर्चा का विषय बने हुए हैं। सोशल मीडिया पर ये बैनर खूब वायरल हो रहे इन बैनरों पर स्पष्ट रूप से लिखा है कि वर्तमान पार्षद भाजपा पार्षद प्रत्याशी बनेंगे तो भूड़ क्षेत्र के लोग भाजपा को वोट नहीं करेंगे। स्थानीय पार्षद का कहना है कि ये बैनर उन्हीं की पार्टी के कुछ लोगों ने उनकी छवि खराब करने के लिए लगाए हैं।
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दरअसल, वार्ड 61 के अंतर्गत पड़ते भूड़ क्षेत्र में कुछ गलियों में स्थानीय भाजपा पार्षद कपिलकांत सक्सेना के विरोध में बैनर लगाए गए हैं। इन पर लिखा है कि वर्तमान पार्षद भाजपा पार्षद प्रत्याशी बनेंगे तो भूड़ क्षेत्र के लोग भजपा को वोट नहीं करेंगे। विधानसभा के चुनावी मौसम में अचानक से पार्षद की खिलाफत में बैनर लगाना गले से नहीं उतरता। अगर स्थानीय जनता को वाकई कोई परेशानी होती तो वह स्थानीय विधायक का विरोध करती न कि स्थानीय पार्षद के खिलाफ बैनर लगाती। क्योंकि विधानसभा चुनाव के मौसम में विधायक से काम कराना ज्यादा आसान होता है। ऐसे में पार्षद के खिलाफ बैनर लगाना यह साबित करता है कि ये बैनर जनता की परेशानी को देखते हुए नहीं बल्कि साजिश के तहत लगाए गए हैं।
निश्चित तौर पर निशाने पर स्थानीय पार्षद कपिलकांत सक्सेना ही हैं लेकिन कपिलकांत सक्सेना के विरोधियों का यह दांव भरतीय जनता पार्टी की फजीहत करा रहा है क्योंकि सत्ता में तो भाजपा है। मेयर भी भाजपा के, विधायक भी भाजपा के और पार्षद भी भाजपा के। जब इतना सब कुछ भाजपा का है तो फजीहत भी यकीनन भाजपा के ही खाते में जाएगी। विरोधी दल के नेता इस मौके को भुनाने में जुट गए हैं। समाजवादी पार्टी के पार्षद चटखारे ले ले कर सोशल मीडिया पर इन बैनरों के फोटो जमकर वायरल कर रहे हैं। ये पोस्टर भाजपा में बढ़ती गुटबाजी की ओर भी इशारा करते हैं। इन बैनर पोस्टरों से भाजपा पार्षद का तो कुछ नहीं बिगड़ने वाला मगर भाजपा को विधानसभा चुनाव में नुकसान जरूर हो सकता है।
इस संबंध में जब स्थानीय पार्षद कपिलकांत सक्सेना से बात की गई तो उन्होंने कहा कि राजनीतिक साजिश के तहत ये पोस्टर लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि वह दो बार से लगातार अपने काम के दम पर ही पार्षद बनते आ रहे हैं। अगर उन्होंने विकास नहीं कराया होता तो जनता लगातार उन्हें ही पार्षद नहीं चुनती। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में वह अपने वार्ड में लगभग 50 लाख की सड़कें पास करा चुके हैं। साथ ही 40 लाख रुपये की सड़कों के टेंडर होने बाकी हैं। अभी मेरे वर्तमान कार्यकाल को खत्म होने में करीब एक साल का वक्त शेष है। मेरा वादा है कि मेरा कार्यकाल खत्म होने तक वार्ड-61 की एक भी गली कच्ची नहीं रहेगी। मेरे समाज के कुछ पार्टी के ही नेता भी यहां से पार्षद का टिकट मांगते आ रहे हैं लेकिन पार्टी ने हमेशा मुझ पर विश्वास जताया है। इससे वे लोग मुझसे राजनीतिक रंजिश रखते हैं और मेरी छवि खराब करने के लिए इस तरह की ओछी राजनीति पर उतर आए हैं। मैं ऐसे लोगों का नाम तक लेना जरूरी नहीं समझता।
बहरहाल, भूड़ क्षेत्र में लगे ये बैनर पोस्टर भाजपा के लिए मुसीबत का सबब बन गए हैं। पूरे शहर में इनकी चर्चा जोरों पर है।