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राहुल गांधी बोले- अयोध्या में भाजपा को हराकर ‘इंडिया’ गठबंधन ने राम मंदिर आंदोलन को हराया, पढ़ें गुजरात में जाकर और क्या-क्या कहा राहुल ने?

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अहमदाबाद। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन ने अयोध्या में भाजपा को हराकर राम मंदिर आंदोलन को पराजित कर दिया है जिसे लालकृष्ण आडवाणी ने शुरू किया था। उन्होंने विश्वास जताया कि अगले चुनाव में भाजपा का गुजरात में भी यही हश्र होगा। गांधी ने कहा कि कांग्रेस को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा चुनौती दी गई है और धमकी दी गई है, लेकिन वह गुजरात में भाजपा और नरेन्द्र मोदी को उसी तरह हराएगी, जिस तरह उन्हें अयोध्या में हराया गया। गांधी यहां पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। कुछ दिन पहले ही कांग्रेस और भाजपा के बीच गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जीपीसीसी) कार्यालय के बाहर झड़प हुई थी, जब भाजपा के कार्यकर्ता हिंदुओं पर उनकी (गांधी की) टिप्पणी के खिलाफ प्रदर्शन करने वहां गए थे। गांधी ने कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा) हमें धमकाकर और हमारे कार्यालय को नुकसान पहुंचाकर हमें चुनौती दी है। मैं आपको बताना चाहता हूं कि हम सब मिलकर उनकी सरकार को उसी तरह तोड़ देंगे जैसे उन्होंने हमारे कार्यालय को नुकसान पहुंचाया है। यह लिखकर ले लीजिए कि कांग्रेस गुजरात में चुनाव लड़ेगी और नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा को गुजरात में हराएगी, जैसा हमने अयोध्या में किया था।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस गुजरात में जीतेगी और इस राज्य से वह एक नयी शुरुआत करेगी। गांधी ने उत्तर प्रदेश की फैजाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा की हार को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा। अयोध्या फैजाबाद में ही स्थित है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘अयोध्या में भाजपा को हराकर, इंडिया गठबंधन ने राम मंदिर आंदोलन को हरा दिया है, जिसे भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने शुरू किया था। मैं जो कह रहा हूं वह बहुत बड़ी बात है…कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन ने उन्हें अयोध्या में हराया।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस गुजरात में भाजपा को हराएगी क्योंकि ‘‘मोदी के विजन का गुब्बारा फूट चुका है।” उन्होंने सवाल किया, ‘‘संसद में मैंने प्रधानमंत्री से पूछा कि क्या वह मनुष्य हैं, क्योंकि उन्होंने खुद कहा था कि वह ‘नॉन बायोलॉजिकल’ हैं और उनका भगवान से सीधा संबंध है। अगर आप सीधे भगवान से जुड़े हैं, तो अयोध्या में आप कैसे हार गए?” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का मानना ​​है कि बाकी सभी लोग जैविक हैं- गुजरात के लोग, गांधीजी, भारत के किसान और मजदूर जैविक हैं, जबकि नरेंद्र मोदी अजैविक हैं…जो व्यक्ति सोचता है कि वह अजैविक है और देश के लोग जैविक हैं, वह गुजरात के लोगों को कैसे दर्शन दे सकता है, जब वह मजदूरों और हीरा उद्योग में काम करने वालों का दर्द नहीं समझ सकता?” उन्होंने कहा, ‘‘आपने कभी सोचा भी नहीं होगा कि भाजपा अयोध्या में हार जाएगी या मोदी वाराणसी में मामूली अंतर से जीतेंगे। वे गुजरात में भी उसी तरह पराजित होने जा रहे हैं, जैसे अयोध्या में हुए। आपको बस इतना करना है कि गुजरात के लोगों से कहें कि वे डरें नहीं।” उन्होंने कहा कि अगर गुजरात के लोग बिना डरे लड़ेंगे तो भाजपा उनके सामने टिक नहीं पाएगी। फैजाबाद से नवनिर्वाचित सांसद अवधेश प्रसाद का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मोदी अयोध्या से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन उनके सर्वेक्षकों ने उन्हें ऐसा न करने की सलाह दी और कहा कि इससे उनकी हार होगी और उनका राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा।” गांधी ने कहा, ‘‘इसीलिए उन्होंने (मोदी) अयोध्या से चुनाव नहीं लड़ा, बल्कि वाराणसी से चुनाव लड़ा। वाराणसी में हमने कुछ गलतियां कीं, वरना हम उन्हें वहां भी हरा सकते थे।” कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अयोध्या के लोग मोदी से इसलिए नाराज हैं, क्योंकि उन्होंने उन्हें उनकी जमीन, दुकानों और घरों के लिए मुआवजा नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘अयोध्या के सांसद ने मुझे बताया कि अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए जिन किसानों की जमीन ली गई थी, उन्हें आज तक उचित मुआवजा नहीं मिला है। वहां के लोगों को तब गुस्सा आया जब उन्होंने पाया कि राम मंदिर उद्घाटन में एक भी स्थानीय व्यक्ति मौजूद नहीं था।” उन्होंने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में अडानी और अंबानी को देखा गया, लेकिन वहां किसी गरीब को आमंत्रित नहीं किया गया। गांधी ने कहा कि कांग्रेस का ‘हाथ’ चिह्न हर धर्म में पाया जाता है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘गुरुनानक, महावीर, बुद्ध की तस्वीरों को देखिए। इस्लाम में भी वे आशीर्वाद के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। भगवान शिव के चित्र देखिए और आपको यह वहां भी मिलेगा। इसका मतलब है डरो मत, डराओ मत।” गांधी ने कहा कि भाजपा के विपरीत कांग्रेस में पार्टी कार्यकर्ता अपने नेताओं के समक्ष अपनी राय व्यक्त करने से नहीं डरते हैं और यहां तक ​​कि उनके फैसलों पर सवाल उठाते हैं तथा उनके मुंह पर ही कह देते हैं कि उन्होंने जो किया, वह उन्हें पसंद नहीं आया। उन्होंने कहा, ‘‘न तो हमारे कार्यकर्ता अपनी बात कहने से डरते हैं, न ही हम उनकी बात सुनने से डरते हैं। भाजपा में पूरी नेतृत्व टीम नरेन्द्र मोदी को पसंद नहीं करती। लेकिन उनमें साहस की कमी है…वे डरे हुए हैं। अगर मोदी जैसा नेता कांग्रेस में होता तो पूरी पार्टी उनके खिलाफ खड़ी होती। लेकिन उनके कार्यकर्ताओं में साहस की कमी है।” कांग्रेस में कमियों पर उन्होंने कहा, ‘‘एक पार्टी कार्यकर्ता ने बहुत अच्छा कहा कि दो तरह के घोड़े होते हैं-एक दौड़ के लिए और दूसरा शादियों में इस्तेमाल होने वाले। कभी-कभी कांग्रेस शादियों में दौड़ के लिए इस्तेमाल होने वाले घोड़ों को इस्तेमाल करती है, और कभी-कभी शादियों में इस्तेमाल होने वाले घोड़ों को। उन्होंने मुझसे इसे रोकने के लिए कहा… हमें गुजरात में ऐसा करना होगा।” गांधी ने कहा कि पार्टी ने गुजरात में 2022 का विधानसभा चुनाव ठीक से नहीं लड़ा और 2017 में केवल तीन महीने के प्रचार अभियान में कांग्रेस जीत के करीब पहुंच गई। उन्होंने कहा, ‘‘तीन साल में हम जीत की रेखा को बहुत पीछे छोड़ देंगे। अगर 50 प्रतिशत पार्टी कार्यकर्ता जो मानते हैं कि हम 30 साल बाद भाजपा को हरा सकते हैं, उन 50 प्रतिशत लोगों का मन बदल दें जो ऐसा नहीं मानते, तो हम यहां सरकार बनाएंगे…।”

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