नीरज सिसौदिया, बरेली
शहर की राजनीति में इन दिनों एक नाम चर्चा में है – वार्ड 23 इंदिरा नगर के पार्षद और वरिष्ठ भाजपा नेता सतीश चंद्र कातिब सक्सेना उर्फ ‘मम्मा’। अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं के लिए हर वक्त तत्पर रहने वाले मम्मा ने विधानसभा चुनाव से पहले अपनी लोकप्रियता और जनसेवा से जनता का दिल जीत लिया है।
मौसम चाहे बारिश का हो या भीषण गर्मी का, मम्मा हर वक्त अपने वार्ड की गलियों और मोहल्लों में नजर आते हैं। हाल ही में हुई तेज बारिश में जब शहर के लोग अपने घरों में चाय की चुस्कियाँ ले रहे थे, तब मम्मा अपनी स्कूटी पर बैठकर जलभराव की स्थिति का जायजा ले रहे थे। वह खुद बारिश में भीगते हुए वार्ड 23 की समस्याओं को देख रहे थे। इस समर्पण को देखकर लोग भावुक हो उठे।
वार्ड 23 के लोगों का कहना है कि “ऐसा पार्षद जिसने अपनी स्कूटी से बारिश में भी जलभराव देखने का साहस दिखाया, वही हमारे लिए सच्चा नेता है।” यही वजह है कि मोहल्ले के लोग खुलकर उनके समर्थन में सामने आने लगे हैं और अब उन्हें विधायक बनते देखना चाहते हैं।
जनता के लिए हर समय तत्पर
सतीश मम्मा के जनसेवा के कई उदाहरण हैं। हाल ही में जब उनके वार्ड का ट्रांसफार्मर खराब हुआ, तो मम्मा ने तब तक चैन की सांस नहीं ली जब तक नया ट्रांसफार्मर लगवाकर रात 12 बजे तक बिजली बहाल नहीं करवाई। रतन हलवाई की दुकान के पीछे रहने वाले लोगों ने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से उनका धन्यवाद करते हुए लिखा –
“मम्मा भाई साहब आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, आपके प्रयास से तेज बारिश में भी हमारी लाइट बहाल हो गई।”
विधानसभा चुनाव में सबसे मजबूत कायस्थ चेहरा
सतीश मम्मा की यह कर्मठता और जनसेवा अब उनके राजनीतिक भविष्य को नई दिशा दे रही है। बरेली शहर विधानसभा सीट पर मौजूदा विधायक डॉ. अरुण कुमार 75 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं और माना जा रहा है कि पार्टी इस बार नए चेहरे को मौका दे सकती है।
कायस्थ समाज में लोकप्रियता और क्षेत्र में सक्रियता के चलते मम्मा इस बार सबसे मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहे हैं। पिछली बार टिकट न मिलने के बावजूद उन्होंने जनता से दूरी नहीं बनाई और लगातार वार्ड की सेवा में जुटे रहे।
जनता की जुबान पर सिर्फ एक ही नाम – मम्मा
इंदिरा नगर और आसपास के मोहल्लों में आज मम्मा का नाम सेवा और कर्मठता का पर्याय बन चुका है। चाहे जलभराव हो, ट्रांसफार्मर की समस्या या फिर बारिश में भीगकर जनता के बीच रहना – मम्मा का यह समर्पण जनता को मुरीद बना चुका है।
यही वजह है कि अब इलाके के लोग कह रहे हैं –
“इस बार हमें अपने मम्मा को विधायक बनाना है।”