बोकारो थर्मल, रामचंद्र कुमार ’अंजाना’ जिसने भी देखा उसे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हुआ। सड़क के किनारे जो ठिठक कर खड़ा हुआ तो आंखें फाड़कर देखता रह गया। बहू-बेटियों के कंधे पर गुजर रही थी मां की शव यात्रा। पीछे-पीछे चल रहे थे गांव के सैकड़ों लोग। सभी की जुबां पर बहू-बेटियों की अद्भुत […]