नीरज सिसौदिया, जालंधर बरसात के मौसम से मेढकों का रिश्ता बहुत गहरा होता है. साल भर तक बिलों में छुपे रहने वाले मेढक बरसात आते ही टर्र-टर्र करना शुरू कर देते हैं. कुदरत के इस नियम से सियासत भी अछूती नहीं है. जिस तरह से प्राकृतिक बरसात में मेढक बिलों से बाहर आने लगते हैं […]