इंडिया टाइम 24 के साथ महाबली की खास मुलाकात
जालंधर। रेसलिंग के क्षेत्र में पूरी दुनिया में भारत का डंका बजाने वाले द ग्रेट खली मैं हिंदुस्तान की प्रतिभाओं को उभारने का बीड़ा उठाया है। बिना किसी सरकारी और गैर सरकारी मदद के खली की एकेडमी में वर्तमान में करीब ढाई सौ से भी अधिक रेसलर तैयार हो रहे हैं। खली का मानना है कि यह आंकड़ा लाखों में जा सकता है लेकिन इसके लिए ग्राउंड लेवल पर प्रयास करने की जरूरत है।
इंडिया टाइम 24 के साथ खास मुलाकात में द ग्रेट खली ने खुलकर अपने दिल की बात साझा की। खली ने कहा कि हम बच्चों को बचपन से ही प्रोत्साहित करें। सरकार को चाहिए कि रेसलिंग को बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करे। स्कूल लेवल पर ही ऐसी व्यवस्था की जाए, ऐसे ग्राउंड बनाए जाएं, ऐसी ट्रेनिंग दी जाए कि हमारे बच्चे जवानी की दहलीज पर आते-आते एक मजबूत रेसलर बन जाए।
खली कहते हैं अक्सर खेल संबंधी आयोजनों पर लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं लेकिन अपनी स्टेडियम हम नहीं बनाते। जब कोई मेडल लेकर आता है तो सरकार उसे इनाम तो दे देती है लेकिन हर बच्चा मेडल लेकर आए इसके लिए सरकार की ओर से कोई इंतजाम नहीं किए जाते। खली कहते हैं अक्सर कहा जाता है कि हम विदेशों से कोच ला रहे हैं। मैं पूछता हूं विदेशों से कुछ लाने की क्या जरूरत है आप हिंदुस्तान में ही कोच पैदा क्यों नहीं करते? उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं लेकिन सरकार को उन्हें उभारने के लिए जमीनी स्तर पर काम करना होगा।
खली कहते हैं एकेडमी खोलने के पीछे मेरा सिर्फ इतना सा मक़सद था कि मैं अकेला ही खली न रहूं बल्कि मेरे जैसे हिंदुस्तान में हजारों लाखों खली बनें. जो लोग संसाधनों के अभाव में आगे नहीं बढ़ पाते उन्हें उनका मुकाम दिलाने में मदद कर सकूं बस यही मेरा प्रयास है.
हिंदुस्तान को सुपरपावर बनाना है तो महिलाओं को देनी होगी पूरी आजादी
महाबली खली का कहना है कि अगर हिंदुस्तान को एक सुपर पावर बनाना है तो यहां की महिलाओं को पूरी आजादी देनी होगी। खली कहते हैं कि अक्सर लोग महिलाओं को बहुत ही अलग नजरिए से देखते हैं। खासकर रेसलिंग के मामले में अक्सर लोग कहते हैं कि यह महिलाओं का काम नहीं यह तो लड़कों का काम है लेकिन ऐसा नहीं है। वह कहते हैं हमारी एक महिला रेसलर कविता देवी ने देश विदेश में भारत का नाम रोशन किया है। रेसलिंग का फील्ड महिलाओं के लिए बहुत ही बेहतर फील है। भारतीय महिलाएं इस क्षेत्र में काफी अच्छा कर सकती हैं बशर्ते जरूरत है हमें अपनी सोच बदलने की। वह कहते हैं कि सिर्फ रेसलिंग ही नहीं किसी भी क्षेत्र में महिलाओं को पूरी आजादी होनी चाहिए। वह जो करना चाहती हैं उन्हें वह करने दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को रेसलिंग के क्षेत्र में आगे आना चाहिए इससे वह सिर्फ मजबूत होगी बल्कि अपनी सुरक्षा करने में सक्षम भी होंगी। महिलाओं को किसी भी मामले में पुरुषों से कम आंकना गलत है। इसलिए महिलाओं को पूरी आजादी दें तभी अपना हिंदुस्तान सुपर पावर बन सकेगा।
खली के दिल की बात जानने के लिये यहां देखें वीडियो…