बरलिन। अगले साल चांद पर 4G नेटवर्क पहुंच जाएगा इसके जरिए चांद की सतह से धरती पर हाई डेफिनेशन वीडियो स्ट्रीमिंग भी संभव हो पाएगी। यह मिशन चांद पर नासा के अंतरिक्ष यात्रियों के कदम रखने के 50 साल बाद लांच किया जा रहा है। चांद पर 4जी मोबाइल नेटवर्क पहुंचाने का काम निजी तौर पर प्रायोजित मून मिशन का हिस्सा है इसके लिए वोडाफोन, नोकिया और ऑडी कंपनियों ने हाथ मिलाया है। वहीं बरलिन पीटी साइंटिस्ट भी मदद कर रही है।
इस प्रोजेक्ट में वोडाफोन जहां 4G नेटवर्क प्रदान करेगा वही ऑडी के दो लूनर क्वात्रो रोवर ऑटोनॉमस लैंडिंग एंड नेविगेशन मॉड्यूल में देश स्टेशन से संपर्क स्थापित करेंगे। नोकिया की नोकिया बेल लैब्स अंतरिक्ष में काम करने में सक्षम अल्ट्रा कॉम्पैक्ट नेटवर्क तैयार करेगा जो 1 किलो से भी कम वजन का होगा। 4G नेटवर्क की मदद से ऑडी लूनर क्वात्रो रोवर वैज्ञानिक डाटा और एचडी वीडियो धरती पर भेजेंगे। साथ ही वह 1972 मैं चंद्रमा पर भेजे गए नासा के अपोलो 17 लूनर रोवर यान का भी अध्ययन करेगा।
वोडाफोन के अनुसार इस काम के लिए नोकिया तकनीकी पार्टनर है ताकि स्पेस ग्रेड नेटवर्क तैयार किया जा सके इसके लिए एक छोटा सा हार्डवेयर तैयार किया जाएगा जिसका वजन चीनी के 1 किलो के एक बैग से भी हल्का होगा यह प्रोजेक्ट 2019 में स्पेस एक्स फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए के केनरेवल से लॉन्च किया जाएगा।
