नीरज सिसौदिया, जालंधर
नगर निगम से भले ही अकाली-भाजपा गठबंधन की जा चुकी है मगर अवैध कॉलोनियों का खेल अब भी बेरोकटोक जारी है। कांग्रेस के मेयर जगदीश राज राजा के राज में अवैध कॉलोनियों का खेल कैप्टन अमरिंदर सिंह की सख्त हिदायतों के बाद भी बेखौफ चल रहा है। ताजा मामला गुलमोहर कॉलोनी के पास के एरिया का है। यहां करीब 6-7 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से कॉलोनी काटी जा रही है। इस कॉलोनी की कोई भी अप्रूवल नगर निगम से नहीं ली गई है। यह कॉलोनी कैसे कॉलोनाइजर की बताई जा रही है जिसने अकाली-भाजपा गठबंधन के कार्यकाल में भी कई अवैैध कॉलोनियां काटी थीं।
इस कॉलोनी में सारे नियमों को ताक पर रख दिया गया है। वहीं, नगर निगम के अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी खामोश हैं।
बता दें कि सरकार का खजाना पूरी तरह से खाली है जिस कारण विकास कार्यों पर ब्रेक लग गया है इसके बावजूद नगर निगम के अधिकारी सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं। बात अगर जालंधर नगर निगम की करें तो यहां भ्रष्टाचार का खेल उफान पर है। अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई महज दिखावा साबित हो रही है। जगदीश राज राजा के मेयर बनने के बाद उन कॉलोनियों का काम भी दोबारा से शुरू करवा दिया गया है जो अकाली-भाजपा गठबंधन की काल में रोक दी गई थी। सूत्रों की मानें तो यह कॉलोनाइजर कांग्रेस नेताओं के चुनावी फाइनेंसर रहे हैं जिसके चलते उन्हें अब बेखौफ अवैध कॉलोनी काटने की छूट दी गई है। विपक्ष में रहते हुए अवैध कॉलोनियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले जगदीश राज राजा मेयर बनते ही पाला बदल चुके हैं।
नगर निगम के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बिल्डिंग इंस्पेक्टरों को मेयर ने सख्त हिदायत दी है कि उनसे पूछे बिना किसी भी अवैध कॉलोनी के खिलाफ कार्रवाई न की जाए। यही वजह है कि नगर निगम के दायरे में आने वाले कुछ ग्रामीण इलाकों में तो बेखौफ कॉलोनियां काटी जा रहे हैं।
गुलमोहर कॉलोनी के पीछे कि और यह अवैध कॉलोनी काटी जा रही है इसका काम पूरे जोर-शोर से चल रहा है लेकिन कोई भी अक्सर इस पर कारवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा। नगर निगम के कमिश्नर बसंत गर्ग सियासी हाथों की कठपुतली बन चुके हैं। यही वजह है कि अवैध कॉलोनियों के मामले उनकी जानकारी में होने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं की जा रही।