बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
जिले में लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारी शुरू हो गई है। बुधवार को नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत होगी। इससे पूर्व, व्रतियों ने प्रसाद के लिए सोमवार को गेहूं सुखाया। साथ ही बाजार में छठ प्रसाद की खरीदारी की। छठ महापर्व की तैयारी में लोग जुट गए हैं। 21 मार्च को व्रती नहाय-खाय करेंगे। 22 को खरना होगा, जबकि 23 मार्च को अस्ताचलगामी भगवान भाष्कर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। 24 मार्च को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय महापर्व का समापन होगा। चार दिनी चैत्र छठ को लेकर सोमवार को व्रति और परिवार के सदस्य ने घाटों की सफाई के साथ पूजन सामग्री की खरीदारी की। पंडित श्रवण कुमार झा ने बताया कि छठ की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है। इस दिन से लेकर सुबह के अर्घ्य तक छठ व्रती बड़े नियम-निष्ठा के साथ रहते हैं। नहाय-खाय पर व्रती नहाने के पश्चात जो खाना खाते हैं, उनमें अरवा चावल, चना की दाल और कद्दू की अनिवार्यता होती है।
दूसरे दिन शाम में खरना का अनुष्ठान होता है। व्रती दिनभर उपवास रहकर शाम में पूजा के बाद चावल और गुड़ की खीर और रोटी प्रसाद के रूप में ग्रहण करेंगे। इसके बाद व्रती सुबह के अर्घ्य तक उपवास करेंगे। छठ पर्व के प्रसाद की तैयारी में जुटी महिलाओं ने सोमवार को गेहंू की सफाई की। छठ प्रसाद में ठेकुआ, भुसवा और गन्ना सहित काफी अन्य सामग्री की अनिवार्यता है।