बोकारो थर्मल, रामचंद्र कुमार ’अंजाना’
बोकारो थर्मल-कंजकिरो मुख्य पथ के कंजकिरो चैक में हुई दर्दनाक सड़क हादसे पिता, पुत्र व पुत्री की मौत से कंजकिरो व काच्छो पंचायत के गोवारडीह में मातम छा गया है। इधर, सबीता देवी की कोख और सुहाग एक साथ उजड़ गयी। घटना इतना दर्दनाक की किसी ने बच्चों की शवों को देखने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहीं थी। बच्चों को ट्रक ने इस तरह कुचला कि कौन सत्यम है कौन शालू। दोनो के उपर ट्रक चढ़कर पार हो गयी। दोनो बच्चों के शव की दूरी लगभग 100 फीट पर पड़ी थी। मृतकों का घर घटनास्थल से महज एक किमी की दुरी पर रहने के कारण गांव के सभी बच्चे, बुढ़े, महिला व पुरूष अपने-अपने घरों को जैसे-जैसे बंद कर भागे-भागे कंजकिरो मोड़ पहुंचे। घटनास्थल में मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा था। दर्दनाक घटना को देखने वालों की आंखों में भी बरबस आंसू बह रहें थे। हर कोई भगवान व ट्रक चालक को दोष दे रहे थे। पेशे से मृतक शंकर प्रजापति मजदूर था। बोकारो थर्मल स्थित डीवीसी के पावर प्लांट के कैंटीन में कार्यरत था। पडोसियों का कहना था कि बहुत खुशी-खुशी से पति-पत्नि व बच्चों के साथ रहते थे। शंकर गांव के हर समाजिक काम में चढ-़बढ़कर हिस्सा लेता था। वह शांत स्वभाव व मृदभाषी था। जिसके कारण उसके दुर्घटना होने की सुचना पर पुरा गांव के लोग उसे देखने दौंड़ पड़े।
सबीता का सुहाग व कोख एक साथ उजड़ा: कंजकिरो मोड़ में हुई सड़क दुर्घटना में सबीता देवी की कोख और सुहाग एक साथ उजड़ गयी। सबीता देवी अपने पति शंकर प्रजापति के साथ अपने नन्हें-मुन्हें दो बच्चों के साथ पोलियो टीकाकरण के लिए डीवीसी अस्पताल बोकारो थर्मल जा रहा थी। लेकिन कुदरत का कुछ और मंजर था। कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में ही सुहाग और कोख उजड़ गया। सबीता सपने में भी ऐसी घटना की कल्पना की हो गयी। कि एक ही दिन मेरी साथ ऐसा घटना घटेगी।
बेरमो एएसपी सुभाषचंद्र जाट ने कहा कि कंजकिरो की घटना काफी दर्दनाक है। पीड़ित परिवार के प्रति बेरमो पुलिस शोक संवेदना प्रकट करती है। सूचना मिलने के साथ बोकारो थर्मल व पेंक-नारायणपुर पुलिस घटनास्थल पर कैंप किए हुए है।