आज़ाद इदरीसी, हसनपुर
आज़ादी के 70 साल बाद भी हसनपुर विधानसभा इलाके के कुंडल 2 पंचायत के लवटोलिया व राजघाट गाँवों में बिजली नहीं पहुंची है। ये गांव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शत प्रतिशत विद्युतीकरण के दावों की भी पोल खोल रहे हैं. शाम ढलते ही पूरा गाँव अंधेरे में डूब जाता है। वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा है कि शहरों को 24 घंटे बिजली और गाँवों में 18 घंटे बिजली मिलेगी, ऐसे में यह देखना होगा कि क्या अब इस गाँव में बिजली पहुंच पाती है या नहीं।
जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर इस गाँवो में करीब छह माह पूर्व बिजली पहुंचाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा खंभे तो लगा दिए गए, लेकिन अभी तक खंभों पर बिजली की लाइन नहीं डाली गई। खंभो की घटिया गुणवत्ता होने से दो दिन पूर्व खंभा टुट कर गिर गई जिससे गाँव के लोगों में आक्रोश हैं, ग्रामीण महेश यादव ने बताया, “गाँव में बिजली न होने से हमारे बच्चों को रात में डिब्बी जलाकर पढ़ने पर मजबूर होना पड़ता है, जिसकी वजह से उनकी आंखों में तकलीफ भी होने लगती है। ”
वहीं गाँव के निवासी मुक्ति यादव ने बताया, “गाँव में बिजली का न होना सबसे बड़ा दुर्भाग्य है। चुनाव के समय नेता बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई कुछ काम नहीं करते। हमने अपने गाँव में अभी तक बिजली नहीं देखी है,ब्रजेश यादव ने बताया,“गाँव में बिजली न होने से मोबाइल चार्ज करने के लिए हम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके लिए हमें दूसरे गाँव में जाना पड़ता है।
इस गाँव के गणेश्वर यादव,शिवजी यादव,लालन यादव,दिलखुश कुमार, बम यादव आदि लोगो ने बताया, “जब गाँव में खंभे लगाने का काम शुरू हुआ था तो उस समय यह आश्वासन दिया गया था कि खंभे लगते ही बिजली लाइन लगाकर लोगों को बिजली सुविधा मिल जाएगी,परंतु आज तक नसीब नहीं हुई।