पंजाब

आतंकियों के निशाने पर कहीं पंजाब में बढ़ते विद्या भारती के कदम तो नहीं, कभी भी हो सकती है दिल दहलाने वाली वारदात

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नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
पिछले कुछ समय के दौरान पंजाब में आतंकी हमले होना और संदिग्धों का पकड़ा जाना जैसी घटनाएं अपने साथ कई सवाल लेकर आई हैं। वैसे तो इन वारदातों का सिलसिला पंजाब के जालंधर में मकसूदा थाने पर हुए बम धमाके के साथ ही शुरू हो गया था| यह मामला उस समय सामने आया था जब विद्या भारती अपने प्रचार विभाग को तेजी से सक्रिय करते हुए आगे बढ़ा रहा था|

पंजाब के हर छोटे बड़े शहर में विद्या भारती की कार्यशालाएं आयोजित गई जिसमें देश की नामी गिरामी हस्तियों ने हिस्सा लिया|
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुुड़ा संगठन विद्या भारती पहले प्रचार-प्रसार से कोसों दूर रहा करता था| संस्कारों की शिक्षा देने के लिए प्रसिद्ध विद्या भारती ने कुछ समय पहले ही प्रचार विभाग का गठन किया|

विभाग की कार्यशाला शुरू कर दी जिनमें पंजाब केसरी समूह के निदेशक अभिजय चोपड़ा, संघ से जुड़े वरिष्ठ नेता श्री राम जोशी, आरएसएस के मुखपत्र पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर, दैनिक जागरण समूह के प्रदेश संपादक अमित शर्मा, आईटीवी नेटवर्क के चीफ एडिटर मल्टीमीडिया अजय शुक्ल जैसी कई हस्तियां इन कार्यशाला में पहुंची| नाभा, होशियारपुर, बठिंडा, अमृतसर और चंडीगढ़ जैसे शहरों में विद्या भारती ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई| विद्या भारती के बढ़ते कदम यहीं पर नहीं रुके बल्कि विद्या भारती पंजाब के प्रचार विभाग ने इतिहास रचते हुए एक नई सोच के साथ शिक्षा विभाग का देश का पहला न्यूज़ बुलेटिन प्रारंभ किया| प्रचार विभाग सोशल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ने लगा। विद्या भारती पंजाब के इस न्यूज़ बुलेटिन की लॉन्चिंग स्वयं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने की| बस उसी दिन से पंजाब में बढ़ते आतंकवाद का खुलासा होना शुरू हुआ| एक तरफ मोहन भागवत विद्या भारती के प्रचार विभाग का न्यूज़ बुलेटिन लांच कर रहे थे तो दूसरी तरफ जालंधर के जाने-माने शिक्षण संस्थान सीटी इंस्टीट्यूट से छात्रों के वेश में छुपे आतंकवादियों को पुलिस ने धर दबोचा| इसके बाद अमृतसर में आतंकी हमला, पठानकोट से संदिग्ध आतंकियों का पकड़ा जाना, सीमावर्ती जिलों में भी अलर्ट होना और दिल्ली में आतंकियों का गिरफ्तार हो ना जैसे कई मामले सामने आए| एक तरफ मोहन भागवत राम मंदिर की मांग को बुलंद करते नजर आए तो दूसरी तरफ आतंकवादी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में लगे रहे| इसी बीच विद्या भारती ने पंजाब में अपने एक नए स्कूल की भी आधार शिला रखी| लेकिन सबसे ज्यादा हैरान करने वाली वारदात रविवार को उस वक्त देखने को मिली जब जम्मू कश्मीर के रहने वाले संदिग्धों ने जालंधर में विद्या भारती के उत्तर भारत के मुख्यालय विद्या धाम के बाहर बम फेंके और गाड़ी से भागते नजर आए| इसे जालंधर पुलिस की मुस्तैदी ही कहा जाएगा कि पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए पठानकोट चौक से इन संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर लिया| पंजाब में आर एस एस को विद्या भारती के प्रचार विभाग के रूप में एक ऐसा माध्यम मिल गया है जो आमजन तक संघ की हिंदुत्ववादी विचारधारा को पहुंचाने में सक्षम है| यूट्यूब, फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर एक्टिव पंजाब का विद्या भारती का प्रचार विभाग बच्चों के माध्यम से पंजाब के हर घर में पहुंच रहा है| विद्या भारती पंजाब के फेसबुक पेज पर रोजाना मिल रहे हजारो लाइक इस बात का जीता जागता सबूत है कि विद्या भारती पंजाब में अपने कदम तेजी से पढ़ा रहा है| कश्मीर का रास्ता पंजाब होकर ही जाता है| यह बात आतंकवादी भली-भांति समझते हैं| कभी आरएसएस से जुड़े रहे ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा भी इसी रफ्तार से संघ को तेजी से पंजाब में आगे बढ़ा रहे थे जो विरोधियों को रास नहीं आया और गगनेजा को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी| इसी तरह वर्षों पहले संघ की एक शाखा पर ही आतंकियों ने हमला कर दिया था| अब इसे इत्तेफाक कहें या सोची समझी साजिश लेकिन सच तो यही है कि जब जब संघ ने पंजाब में पैर पसारने शुरू किए हैं तब तक आतंकियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है| पिछले कुछ महीनों के दौरान पंजाब के जालंधर में जिस तरह के घटनाक्रम सामने आए हैं उससे लगता है कि आतंकियों का अगला निशाना विद्या भारती पंजाब हो सकता है. जगदीश गगनेजा के बाद अब कोई भी आतंकी निशाना बना सकता है| अगर जालंधर के पुलिस प्रशासन ने अभी मुस्तैदी नहीं दिखाई तो विद्या धाम भी आतंकियों का शिकार बन सकता है| अगर ऐसा हुआ तो भविष्य में कोई भी संघ की विचारधारा को पंजाब में आगे बढ़ाने की हिम्मत नहीं जुटा पाएगा| बहरहाल, जालंधर समेत पूरे पंजाब में कहीं भी किसी भी समय कोई बड़ा आतंकी हमला हो सकता है| आतंकियों की मौजूदगी यह संकेत दे रही है कि वह पंजाब में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। ऐसे में पुलिस को दोहरी सतर्कता से काम करना होगा|

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