बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (माओवादी) 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मना मनाऐंगे। नक्सलियों के इस आयोजन को देखते हुए बोकारो जिले के नक्सल प्रभावित इलाकों में सतर्कता बढ़ाई गई है। बोकारो व बेरमो के नक्सल प्रभावित झुमरा पहाड़ व ऊपरघाट में फोर्स को अलर्ट किया गया है। हर साल इसी अवधि में नक्सली शहीदी सप्ताह मनाते हैं। पश्चिम बंगाल के नक्सलबाड़ी में 1960 में नक्सल आंदोलन शुरू करने वाले काॅ. चारू मजूमदार की मौत हुई थी। शहीदी सप्ताह के दौरान नक्सली उनकी याद में कई आयोजन करते हैं। सालभर में विभिन्न मुठभेड़ों में मारे गए अपने साथियों की याद में जंगल में जगह-जगह सभाओं का आयोजन करते हैं। शहीदी सप्ताह के दौरान शहीद स्मारक बनाए जाते हैं। इसी दौरान नए कैडर की भर्ती और ट्रेनिंग का आयोजन भी किया जाता है। शहीदी सप्ताह के दौरान अपनी मौजूदगी का अहसास कराने के लिए नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में भी रहते हैं।
इस दौरान बोकारो जिले के गोमिया, झुमरा पहाड़ व ऊपरघाट और इससे सटे पारसनाथ, तिलैया-दुमूहान (हजारीबाग) इलाके में पुलिस बलों की चुनौती बढ़ जाती है। सूत्रों कि मानें तो पुलिस प्रशासन द्वारा शहीद सप्ताह प्रारंभ होने के पूर्व से ही नक्सल संवेदनशील क्षेत्र में तैनात सुरक्षाबलों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। खुफिया विभाग इस बात की पुष्टि भी किया है। जंगलों में सर्चिंग तेज कर दी गई है। साथ ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जितनी भी सिक्यूरिटी फोर्स लगी है, उनको हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। यही नहीं पुलिस विभाग के सूचना संकलन के कार्य को पुख्ता और मजबूत करने का प्रयास किया गया है। इधर, शुक्रवार को माओवादियों ने ऊपरघाट स्थित पेंक-नारायणपुर थाना क्षेत्र के बुडगड्डा, गोनियांटो व पेंक गांव में दिन के उजालें में बाइक से शहीदी सप्ताह को लेकर पोस्टर साट कर सनसनी फैला दी है। नक्सली पोस्टर साटने की सूचना पर स्थानीय पेंक-नारायणपुर थाना प्रभारी छोटेलाल पासवान दल-बल के साथ पहुंचे और पोस्टर उखाड़ कर जब्त कर लिया। थाना प्रभारी ने नक्सली शहीदी सप्ताह मनाने संबंधी पोस्टर जब्त करने की बात पुष्टि की.