विकास द्विवेदी, बहराइच
16 अगस्त शुक्रवार को केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में आर्य समाज उत्तम नगर पश्चिमी दिल्ली में श्रावणी पर्व के उपलक्ष्य में “युवा संस्कार समारोह” का आयोजन किया गया । 51 बच्चों ने दुर्व्यसन त्यागने की प्रतिज्ञा ली और संकल्प लिया कि माता पिता गुरु जनों का सम्मान करेंगे । आचार्य महेन्द्र भाई जी यज्ञ के ब्रह्मा ने यज्ञ करवाया और यज्ञोपवीत धारण करवाया ।
समारोह के मुख्य अतिथि अनिल आर्य(राष्ट्रीय अध्यक्ष केन्द्रीय आर्य युवक परिषद) ने कहा कि यज्ञोपवीत हमारी पुरातन आर्य संस्कृति का प्रतीक हैं इसकी रक्षा के लिए वीर हकीकत राय ने अपना बलिदान दे दिया था परन्तु हिन्दू धर्म नहीं छोड़ा । यज्ञोपवीत के तीन तार माता,पिता व गुरु जनों के ऋण को स्मरण कराते रहते हैं हमे इनके उपकारों को याद रखते हुए एक आदर व सम्मान करना चाहिए । आज देश मे बढ़ते व्रद्ध आश्रम चिन्ता का प्रश्न है यह नयी युवा पीढ़ी में घटते संस्कारों के कारण हो रहा है। हमें संस्कार वान और संस्कारित युवा पीढ़ी का निर्माण करना है ।
समारोह के अध्यक्ष अमर सिंह सेहरावत(मंत्री आर्य समाज) ने कहा कि आर्य समाज बच्चों को चरित्र वान व धार्मिक,देश भक्त बनाने का कार्य करता है । प्रवीन आर्या के मधुर भजन हुए ।
कृष्ण लाल राणा,ओमबीर सिंह आर्य,नीलम आर्य,आचार्य गवेन्दर शास्त्री,कृष्ण गर्ग,शकुंतला आर्या आदि उपस्थित थे ।