नई दिल्ली/मुंबई, एजेंसी
सुप्रीम कोर्ट में रिया चक्रवर्ती की याचिका (बिहार से मुंबई केस ट्रांसफर करने) पर मंगलवार को सुनवाई पूरी हो गई। जस्टिस ह्रषिकेश रॉय की बेंच सुनवाई कर रही थी। सीनियर एडवकेट मनिंदर सिंह बिहार सरकार की तरफ से, एएम सिंघवी महाराष्ट्र सरकार, श्याम दिवान रिया की तरफ से और विकास सिंह ने सुशांत सिंह की फैमिली का पक्ष रखा।
रिया चक्रवर्ती के सुशांत केस को पटना से मुंबई ट्रांसफर कराने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। सुप्रीम कोर्ट गुरुवार अपने फैसले में यह तय करेगा कि बिहार में दर्ज एफआईआर को मुंबई को ट्रांसफर किया जाए या नहीं। मंगलवार हुई सुनवाई में दोनों पक्षों के वकीलों के बीच तीखी बहस हुई। सुप्रीम कोर्ट ने सभी पक्षों को गुरुवार तक का समय दिया है।
सुशांत के वकील ने कहा कि मुझे बिहार में केस दर्ज कराने का अधिकार है। मेरी शिकायत में साफ लिखा है कि मुंबई पुलिस मामले की सही जांच नहीं कर रही थी। इस केस की अच्छे से जांच की जरूरत है। किसी ने नहीं देखा कि सुशांत की बॉडी को पंखे से नीचे किसने उतारा? जिस पिता ने बेटा खोया है वो घर वापस जाकर एफआईआर दर्ज कराता है। कैसे बिहार पुलिस के अफसर को क्वारनटीन किया गया। ऐसा लगता है जैसे बीएमसी का क्वारनटीन प्रोटोकोल रूल 3 अगस्त को ही लागू हुआ। 3 अगस्त को बीएमसी के नियम बदल गए, कहा गया कि सरकारी अधिकारियों को कोई छूट नहीं मिलेगी।
महाराष्ट्र सरकार के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में कहा- बिहार पुलिस का रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर देना गलत है। सीबीआई जांच की सिफारिश करना गलत है। केंद्र सरकार का सिफारिश मानना गलत है। हमारा बिना एफआईआर दर्ज किए जांच करना सही है। हमारी जांच में 40 दिनों में 50 लोगों से पूछताछ का नतीजा नहीं आना भी सही है। घटना जहां हुई है उस राज्य की सहमति सीबीआई जांच के लिए जरूरी है। अपवाद यह है कि हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट अपनी ओर से भी सीबीआई जांच का आदेश दे सकता है लेकिन ऐसा बेहद कम केस में होना चाहिए।
सिंघवी बोले- सुशांत केस में सीआरपीसी का मर्डर हुआ
महाराष्ट्र सरकार के वकील सिंघवी बोले- किसी याचिका के ट्रांसफर की मांग पर इससे पहले इतना सेंसेशनलिज्म नहीं देखा। हर एंकर, रिपोर्टर एक्सपर्ट बना हुआ है। जांच और सच प्रभावित हो रहे हैं। मुझे नहीं पता सुशांत ने सुसाइड किया या नहीं लेकिन यहां सीआरपीसी का जरूर मर्डर हुआ है।
महाराष्ट्र सरकार ने सौंपी जांच रिपोर्ट
महाराष्ट्र सरकार के वकील सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में सील बंद लिफाफे में सुशांत केस की जांच रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट के सील बंद होने पर सुप्रीम कोर्ट ने ऐतराज जताया जिस पर सिंघवी ने कहा- मैंने जांच रिपोर्ट फाइल की है जो कि सील कवर ही होनी चाहिए।
मुंबई पुलिस पर सरकार का दबाव
बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि मुंबई पुलिस ने सुशांत केस में कभी एफआईआर दर्ज नहीं की। अगर आप किसी केस में जांच के लिए किसी को बुलाते हैं तो एफआईआर का होना जरूरी है लेकिन मुंबई पुलिस ने लगातार इस केस में देरी की। ऐसा भी हो सकता है कि उन पर किसी तरह का सरकारी दबाव रहा हो। हमारे साथ किसी तरह का सहयोग नहीं किया गया। जब जांच के लिए ऑफिसर गया तो उसे क्वारंटीन के नाम पर डिटेंशन में रख दिया। सुनवाई के दौरान बिहार पुलिस ने मुंबई पुलिस से अहम सवाल करते हुए पूछा कि जब आपने एफआईआर दर्ज नहीं की तो जांच कैसे शुरू कर दी।
रिया के वकील से कोर्ट ने पूछा सीबीआई जांच चाहते हो या नहीं?
रिया के वकील ने मुंबई में जांच कराए जाने की दलील दी जिसके जवाब में कोर्ट ने कहा कि सीबीआई जांच चाहते हैं या नहीं? पहले आपकी तरफ से सीबीआई जांच की मांग की गई थी।
रिया के वकील ने कोर्ट में क्या कहा?
सुप्रीम कोर्ट में रिया के वकील श्याम दिवान ने कहा कि एक्ट्रेस सुशांत से प्यार करती थी। वे उनकी मौत के बाद सदमे में हैं। रिया को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। पटना में जो एफआईआर दर्ज हुई है, उसे महाराष्ट्र स्थानांतरित करने की मांग है। बांद्रा पुलिस स्टेशन में एफआईआर ट्रांसफर की जाए। श्याम दिवान ने कहा कि पटना में एफआईआर दर्ज की जबकि वहां घटना ही नहीं हुई थी। 38 दिनों की देरी से एफआईआर दर्ज कराई गई। अगर मामले का ट्रांसफर पटना से मुंबई नहीं होता तो रिया को इंसाफ नहीं मिल पायेगा। एफआईआर दर्ज होने के पीछे राजनीतिक वजह है। एक अतिरिक्त हलफनामा मीडिया ट्रायल पर रोक लगाने के मांग के लिए है जिस पर अदालत गौर करे। रिया के वकील के मुताबिक, रिया, उनके भाई और पिता के फोन वापस कर दिए गए हैं। डाटा रिकवर करने के बाद तीनों के फोन वापस किए गए।
सुशांत की बहन से ईडी की पूछताछ
सुशांत सिंह केस में अपना बयान दर्ज कराने के लिए उनकी बहन मीतू सिंह ईडी ऑफिस में मौजूद हैं। एजेंसी मीतू का बयान दर्ज कर रही है। सुशांत की एक्स बिजनेस मैनेजर श्रुति मोदी ईडी ऑफिस में जरूरी दस्तावेज जमा कराने के बाद वहां से निकल गई हैं। सुशांत की बहन से ईडी की पूछताछ जारी है। ईडी को पूछताछ के दौरान श्रुति मोदी ने बताया कि जबसे रिया सुशांत की जिंदगी में आई थीं वे ही एक्टर की जगह फैसले लेती थीं। रिया सुशांत के फाइनेंसियल और प्रोजेक्ट फ्रंट पर भी फैसले लेती थीं। श्रुति फरवरी 2020 के बाद से सुशांत के संपर्क में नहीं थीं।
रिया एंड फैमिली पर कसा ईडी का शिकंजा
ईडी का रिया एंड फैमिली पर शिकंजा कसता जा रहा है। ईडी रिया और उनके परिवार से इस मामले में दो बार पूछताछ कर चुकी है। बता दें, ईडी दो बार की पूछताछ के बाद भी रिया के जवाबों से संतुष्ट नहीं है। आने वाले दिनों में फिर से रिया एंड फैमिली को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।