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कैंप कार्यालय खोलने के बाद इं. अनीस अहमद ने लखनऊ में डाला डेरा, विरोधी दावेदारों की बढ़ीं धड़कनें, जानिये कैसे सियासी चाल चल रहे हैं इं. अनीस

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नीरज सिसौदिया, बरेली
विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. समाजवादी पार्टी से कैंट विधानसभा सीट के टिकट के प्रबल दावेदार इंजीनियर अनीस अहमद ने एक बार फिर विरोधी दावेदारों की धड़कनें बढ़ा दी हैं. पहले यासीन उस्मानी के साथ मंच साझा किया, फिर समाजवादी योद्धा को लाकर शानदार रोड शो करके धमाल मचाया. फिर कैंप कार्यालय खोला और अगले ही दिन लखनऊ रवाना हो गए. इंजीनियर अनीस जिस तेजी के साथ कदम बढ़ा रहे हैं उससे अन्य दावेदारों को कुछ नया कर दिखाने का मौका ही नसीब नहीं हो पा रहा है. जमीनी स्तर पर जहां आम जनता के बीच इंजीनियर अनीस अहमद के करीबी पार्षद उनके लिए किले बंदी में जुटे हुए हैं वहीं दर्जी से लेकर ठेले वाले तक उनकी साफ सुथरी छवि का हवाला देते हुए उन्हें टिकट घोषित होने से पहले ही समाजवादी पार्टी का उम्मीदवार बताने में जुट गए हैं. बसपा से सपा में आए इंजीनियर अनीस के दलित साथी मढ़ीनाथ और सुभाष नगर जैसे इलाकों में इंजीनियर अनीस के लिए चुनावी जमीन तैयार करने में जुटे हुए हैं तो वहीं एक भाजपा विधायक के रिश्तेदार खुद इंजीनियर अनीस अहमद के लिए वोटों का समीकरण बैठाने और सभा की तैयारी करवाने में जुटे हुए हैं.

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भाजपा विधायक के ये वही रिश्तेदार हैं जिन्होंने उस वक्त खुलकर इंजीनियर अनीस का साथ दिया था जब वह पहली बार कैंट विधानसभा सीट से आईएमसी के समर्थन से निर्दलीय चुनाव लड़े थे. हाल ही में इंजीनियर अनीस अहमद ने हिन्दू बाहुल्य पशुपति विहार इलाके में अपना कैंप कार्यालय खोला और वोट बनवाने का अभियान अपने स्तर पर शुरू करवाया. जमीनी हकीकत भांपने और खुद की मौजूदा स्थिति मापने के बाद इंजीनियर अनीस अहमद को जब यह महसूस हुआ कि वह विधानसभा के सियासी दंगल में भाजपा को पटखनी दे सकते हैं तो वह हाईकमान स्तर पर टिकट की तैयारी में जुट गए. चूंकि इंजीनियर अनीस दो बार पहले भी विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं इसलिए इतना तो तय है कि इस बार वह सिर्फ पूर्व प्रत्याशी कहलाने के लिए समय और पैसा बर्बाद नहीं करने वाले. यही वजह है कि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर जीत के प्रति पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद ही उन्होंने टिकट के लिए दौड़-भाग तेज कर दी है. हालांकि वह पहले भी लखनऊ दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं लेकिन इस बार उनका लखनऊ दौरा कई मायनों में अहम माना जा रहा है.

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पार्टी के विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि टिकट को लेकर पार्टी की ओर से दो एजेंसियों ने कैंट विधानसभा सीट का सर्वे पूरा कर लिया है. वहीं दूसरी ओर एलआईयू की वह रिपोर्ट भी शासन को जा चुकी है जिसमें दूसरे दलों के प्रबल दावेदारों की सूची मांगी गई थी. सूत्र यह भी बताते हैं कि इस सूची में भी इंजीनियर अनीस अहमद का नाम कैंट सीट के तीन प्रमुख दावेदारों में शामिल है.
सूत्र बताते हैं कि समाजवादी पार्टी अक्टूबर के पहले सप्ताह तक कैंट और शहर सीट का दावेदार घोषित कर सकती है. यही वजह है कि इंजीनियर अनीस अहमद जमीनी स्तर पर खुद को सबसे बेहतर दावेदार साबित करने के बाद लखनऊ का रुख कर चुके हैं. इंजीनियर अनीस अहमद की इस तैयारी से अन्य दावेदारों को झटका जरूर लगा है. बहरहाल, टिकट का बंटवारा तो पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को करना है और अक्टूबर तक कैंट विधानसभा सीट की तस्वीर पूरी तरह साफ होने की उम्मीद जताई जा रही है.

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