नीरज सिसौदिया, बरेली
124 शहर विधानसभा सीट से भाजपा के प्रबल दावेदार पूर्व उप सभापति और पार्षद अतुल कपूर अब शहर विधानसभा क्षेत्र के बूथों को मजबूत करने में जुट गए हैं. पिछले दिनों बरेली दौरे पर आए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात के बाद अतुल कपूर ने अभियान तेज कर दिया है. वैसे तो बूथ सत्यापन अधिकारी की जिम्मेदारी मिलते ही अतुल कपूर ने बूथ स्तर पर तैयारी शुरू कर दी थी मगर प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात के बाद इसमें युद्ध स्तर पर तेजी आई है.
बता दें कि अतुल कपूर ने उपसभापति का पद संभालते ही विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज कर दी थीं. अपने उपसभापति के कार्यकाल के दौरान उन्होंने विधानसभा चुनाव को केंद्रित करते हुए ही काम करना शुरू कर दिया था. उसके बाद कोरोना काल में संक्रमित होने के बावजूद उन्होंने लोगों की मदद की और उनके दिलों में एक अलग जगह बना ली.
समाज के बीच उनकी सक्रियता और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता का ही नतीजा है कि अब उन्हें बूथ सत्यापन अधिकारी के तौर पर विधानसभा चुनाव के लिए बूथों को मजबूत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. चूंकि अतुल कपूर खुद भी शहर विधानसभा सीट से टिकट के लिए तैयारी कर रहे हैं इसलिए बूथ सत्यापन अधिकारी की जिम्मेदारी वह दोगुने उत्साह से निभा रहे हैं. हाल ही में उन्होंने सीबी गंज मंडल में शक्ति केंद्र 30 स्वाले नगर में पहुंचकर बूथ संख्या 204, 205, 206, 207, 208 और 209 का सत्यापन किया था. इस दौरान उनके साथ मंडल अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश लोधी, सेक्टर संयोजक मदन लाल, बूथ अध्यक्ष छोटा साहू, सनी मौर्या, आकाश गुप्ता, हेमराज, राजेश कुमार सक्सेना एवं मोहन मौर्य व बूथों के सदस्य भी थे. अतुल कपूर न सिर्फ बूथों का सत्यापन कर रहे हैं बल्कि कार्यकर्ताओं को यह भी समझा रहे हैं कि अपने बूथ को वह किस तरह से मजबूत कर सकते हैं. वोट बनवाने से लेकर भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों के माध्यम से कैसे जनता के दिलों में जगह बनानी है, इसकी ट्रेनिंग भी अतुल कपूर द्वारा बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं को दी जा रही है. अतुल कपूर जानते हैं कि जब तक बूथ मजबूत नहीं होंगे तब तक कोई भी विधानसभा चुनाव नहीं जीता जा सकता. यही वजह है कि उन्हें पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है उसे पूरी तन्मयता से निभाने में जुटे हैं.
आगामी दिनों में भारतीय जनता पार्टी हर विधानसभा क्षेत्र में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन कराने जा रही है. इसके जरिये बुद्धिजीवी वर्ग को भाजपा से जोड़ने की तैयारी है. इस कार्य में भी बूथ स्तर के कार्यकर्ता अहम भूमिका अदा करेंगे. इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए अतुल कपूर बूथों की मजबूती में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते. बहरहाल, शहर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट के दावेदारों में वर्तमान विधायक को छोड़ दें तो अतुल कपूर ही एकमात्र ऐसे दावेदार हैं जो खुलकर तैयारी में जुटे हैं. हालांकि, टिकट किसे देना है और किसे नहीं यह तो पार्टी हाईकमान को तय करना है लेकिन जिस तेजी से अतुल कपूर टिकट की तैयारियों में जुटे हैं उससे अन्य दावेदारों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं. कई दावेदार तो ऐसे भी हैं जो खुलकर इस बात को स्वीकार करने को भी तैयार नहीं हैं. उन्हें इंतजार है कि पहले पार्टी उनका टिकट फाइनल करे तब वे जनता के बीच जाएंगे वरना नहीं जाएंगे. अब ऐसे दावेदार चुनाव कैसे जीत पाएंगे इसका अंदाजा खुद ब खुद लगाया जा सकता है.