नीरज सिसौदिया, बरेली
समाज में फैली भेदभाव और असमानता की वजह से कई बार स्थिति इतनी बिगड़ जाती है कि मानवाधिकारों का हनन होने लगता है इसी तथ्य को ध्यान में रखकर संयुक्त राष्ट्र ने 20 फरवरी को विश्व सामाजिक न्याय दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
कवि गोष्ठी आयोजन समिति के तत्वावधान में स्थानीय साहूकारा में विश्व सामाजिक न्याय दिवस की पूर्व संध्या पर समान क्रायक्रम एवं कवि- गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कवियों ने सर्वजन कल्याण की कामना की और भाईचारा, सद्भाव एवं सौहार्द का संदेश देते हुए अपनी रचनाओं से देर शाम तक शमां बाँधे रखा।
संस्थाध्यक्ष रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’ एवं शिव रक्षा पांडेय के संयुक्त संयोजन में हुए कार्यक्रम का शुभारंभ माँ शारदे के दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण कर वंदना से हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विनय सागर जायसवाल एवं विशिष्ट अतिथि एस ए हुदा सोंटा रहे। अध्यक्षता राममूर्ति गौतम ने की।
कार्यक्रम में संस्था द्वारा लोकप्रिय शायर राज शुक्ल ‘गजलराज’ को उल्लेखनीय साहित्यिक योगदान हेतु सम्मानित किया गया सम्मान स्वरूप उत्तरीय, प्रतीक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र संस्था के अध्यक्ष श्री रणधीर प्रसाद गौड़ ‘धीर’, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ महेश मधुकर एवं सचिव उपमेंद्र सक्सेना एड. ने प्रदान किया।
कार्यक्रम में एस. के.कपूर, डॉ महेश मधुकर, राम कृष्ण शर्मा,शिव शंकर यजुर्वेदी, जगदीश निमिष,राम शंकर प्रेमी, राम कुमार अफरोज,मनोज दीक्षित टिंकू, सत्यवती सिंह सत्या,अनुराग बाजपेई,रीतेश साहनी, घनश्याम दास अग्रवाल एवं व्यास नन्दन शर्मा आदि उपस्थित रहे।संचालन राजशुक्ल गजलराज ने किया।