नई दिल्ली। मारपीट के मामले में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद स्वाती मालीवाल पहली बार खुलकर सामने आईं और अपनी दर्द भरी दास्तान सुनाई। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास की कथित सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल ने शुक्रवार को कहा कि ‘राजनीतिक हिटमैन’ ने खुद को बचाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं। मालीवाल 52 सेकंड के वीडियो में मुख्यमंत्री के आवास में सुरक्षाकर्मियों से बहस करती नजर आ रही हैं। केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार ने मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास पर सोमवार को मालीवाल पर कथित तौर पर हमला किया था। दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की और कुमार को आरोपी बनाया। मालीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर किसी का नाम लिए बगैर लिखा, ‘‘हर बार की तरह इस बार भी इस ‘राजनीतिक हिटमैन’ ने खुद को बचाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।” मालीवाल ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘इसे लगता है कि वह इस अपराध को अंजाम देने के बाद अपने लोगों से ट्वीट कराके और संदर्भहीन वीडियो साझा करके खुद को बचा लेगा। कोई किसी को पीटते हुए वीडियो बनाता है भला? घर के अंदर की और कमरे की सीसीटीवी फुटेज की जांच होते ही सत्य सबके सामने होगा।” इस कथित वीडियो में सुरक्षाकर्मियों को मालीवाल को कमरे से चले जाने का अनुरोध करते सुना जा सकता है जबकि मालीवाल को यह कहते सुना जा सकता है, ‘‘मैं तुम्हारी भी नौकरी खाउंगी, अगर मुझे छुआ तो।” सामने आए वीडियो में मालीवाल कहती हैं कि उन्होंने पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन किया है और पुलिस के आने तक इंतजार करेंगी। मालीवाल को कहते सुना जा सकता है कि ‘‘मैं सबको बताऊंगी। मुझे अपने डीसीपी (पुलिस उपायुक्त) से बात करने दो।” वीडियो के मुताबिक, मालीवाल सुरक्षा कर्मचारियों को ‘‘उन्हें बाहर फेंकने” की चुनौती देतीं हैं जबकि एक कर्मी कहता है कि वे ऐसा कदम नहीं उठाएंगे। वीडियो से जुड़ी एक मीडिया रिपोर्ट को संलग्न करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘स्वाति मालीवाल का सच।” पार्टी की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए आप विधायक दिलीप पांडे ने ‘एक्स’ पर हिंदी में किए गए एक पोस्ट में कहा, “सच के दीये की हल्की सी रोशनी भी, स्वाति के झूठ और दम्भ के गहनतम अंधकार को मिटाने के लिए पर्याप्त है। पहले ये तय करो कि वफादार कौन है, फिर वक़्त तय करेगा कि गद्दार कौन है?”
वहीं, दिल्ली पुलिस की एक टीम ने फोरेंसिक विशेषज्ञों के साथ शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास का दौरा किया और वहां पार्टी सांसद स्वाति मालीवाल पर हुए कथित हमले के संबंध में साक्ष्य एकत्र किए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुलिस की एक टीम मुख्यमंत्री के सहयोगी एवं मामले में आरोपी बिभव कुमार के घर भी गई, लेकिन वह मौजूद नहीं थे। बिभव पर मालीवाल के साथ मारपीट करने का आरोप है। मुख्यमंत्री के सिविल लाइंस आवास का दौरा करने वाली पुलिस टीम का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (उत्तर) अंजिता चेप्याला ने किया और तीन अन्य अधिकारी भी उनके साथ थे। टीम के साथ पांच फोरेंसिक विशेषज्ञ भी थे। एक अधिकारी ने बताया कि वे शाम करीब 4:45 बजे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और देर शाम तक वहां रूके। उन्होंने बताया कि वे मालीवाल को घटना के नाटकीय रूपांतरण के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर लेकर गए थे। अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने घटनाक्रम की पुष्टि के लिए मुख्यमंत्री के आवास से आठ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज एकत्र की है। उन्होंने कुछ सुरक्षाकर्मियों के बयान भी दर्ज किए, जो घटना के समय वहां मौजूद थे। दिल्ली पुलिस इस सप्ताह की शुरुआत में मुख्यमंत्री आवास पर मालीवाल के साथ हुई कथित मारपीट मामले की जांच कर रही है। इससे पहले दिन में, तीस हजारी अदालत में एक मजिस्ट्रेट के सामने मालीवाल का बयान दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले में गैर इरादतन हत्या का प्रयास, महिला के खिलाफ आपराधिक बल के इस्तेमाल समेत अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। दिल्ली पुलिस की एक टीम शुक्रवार दोपहर कुमार के आवास पर गई लेकिन वह मौजूद नहीं थे। एक अधिकारी ने बताया कि कुमार का परिवार घर में मौजूद था। पुलिस ने कहा कि कुमार का पता लगाने के लिए कम से कम छह टीम गठित की गई हैं, जिनके पंजाब में होने का संदेह है। एक अधिकारी ने कहा कि कुमार का पता लगाने के लिए एक टीम को पंजाब के अमृतसर भेजा गया था, साथ ही महाराष्ट्र पुलिस से भी संपर्क किया गया है और संदेह है कि कुमार वहां गये होंगे।
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