नीरज सिसौदिया, बरेली
नगर निगम की ओर से दुकानों के किराए में अंधाधुंध वृद्धि, नामांतरण की जटिल और महंगी प्रक्रिया तथा दुकानों की मरम्मत के नाम पर हो रहे शोषण के खिलाफ आज बरेली के सैकड़ों दुकानदार सड़क पर उतर आए। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व पार्षद राजेश अग्रवाल ने किया।
दोपहर 12 बजे भारी संख्या में किराएदार नगर निगम कार्यालय पहुंचे और जोरदार नारेबाजी की। दुकानदारों ने नगर आयुक्त और महापौर से मुलाकात कर अपनी समस्याएं रखीं। इसी दौरान शास्त्री मार्केट के गिरे हुए लिंटर की भी शिकायत दर्ज कराई गई, ताकि भविष्य में कोई बड़ा हादसा न हो।
किराएदारों ने यह भी आरोप लगाया कि नगर निगम की लापरवाही के चलते उन्हें जीएसटी का रिफंड नहीं मिल पाता है। कारण यह है कि निगम किराएदारों को जीएसटी का चालान ही उपलब्ध नहीं कराता।
राजेश अग्रवाल ने उठाई दुकानदारों की आवाज
पार्षद राजेश अग्रवाल ने दुकानदारों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि उन्होंने नगर निगम की बोर्ड बैठक में दुकानदारों के हितों के लिए संशोधित प्रस्ताव रखा है। प्रस्ताव पारित होते ही दुकानदारों का शोषण समाप्त होगा, नामांतरण प्रक्रिया आसान की जाएगी और किराए की भारी वृद्धि से भी राहत मिलेगी।
उन्होंने स्पष्ट कहा – “नगर निगम दुकानदारों को शोषण का शिकार नहीं बना सकता। हमारी पहली प्राथमिकता उनके हितों की रक्षा है और इसके लिए हर स्तर पर संघर्ष किया जाएगा।”
महापौर का आश्वासन, दुकानदारों में खुशी
महापौर डॉ. उमेश गौतम ने दुकानदारों से बातचीत करते हुए आश्वासन दिया कि उनके हितों के लिए सदन में आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे। उन्होंने वादा किया कि दुकानदारों का शोषण समाप्त किया जाएगा। महापौर के इस बयान के बाद दुकानदारों के बीच हर्ष और संतोष की लहर दौड़ गई।
दुकानदार बोले – इतनी ज्यादा किराया वृद्धि संभव नहीं
प्रदर्शन कर रहे दुकानदारों ने कहा कि वर्तमान आर्थिक परिस्थितियों में वह इतनी अधिक किराया वृद्धि देने की स्थिति में नहीं हैं। उनका कहना था कि नगर निगम की मनमानी ने व्यापार को संकट में डाल दिया है।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख लोग
आज के इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में दुकानदार मौजूद रहे। इनमें संजय अग्रवाल, मुकेश अरोड़ा, अनिल कुमार, शिव नारायण, राजकुमार, मोहित आहूजा, इरशाद, विजय अरोड़ा, विक्रम मौर्य, गौरव अरोड़ा, प्रमोद कुमार, उदय गोयल, परवेज, राजा, सुनील अरोड़ा, बलदेव, संजय श्रीवास्तव, संदीप जयसवाल, गिरीश गुप्ता, बॉबी अग्रवाल, ओवैस अहमद, सरदार अमरजीत सिंह, इमरान स्वालेह, राजू वर्मा, रमेश सिंधी सहित दर्जनों प्रमुख व्यापारी शामिल रहे।