नीरज सिसौदिया, बरेली
सिख समाज के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी के पावन प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में रविवार को बरेली के कैंट विधानसभा क्षेत्र के सुभाष नगर में भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। गुरुनानक जयंती पांच नवंबर को है। इस अवसर पर धार्मिक उल्लास, सामाजिक सौहार्द और भाईचारे का अनुपम संगम देखने को मिला। श्रद्धा और भक्ति से ओतप्रोत यह आयोजन पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया।
नगर कीर्तन की शुरुआत सुभाष नगर गुरुद्वारा सिंह सभा से हुई। गुरु ग्रंथ साहिब जी की पालकी साहिब को सजे हुए रथ पर विराजमान कर शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। यात्रा के दौरान ढोल-नगाड़ों की गूंज और “जो बोले सो निहाल – सत श्री अकाल” के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। श्रद्धालु गुरु नानक देव जी के उपदेशों का स्मरण करते हुए कीर्तन में झूमते और नतमस्तक होते दिखाई दिए।
क्षेत्र के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. अनीस बेग ने अपने सहयोगियों के साथ नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया। उन्होंने श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की और जलपान वितरण की व्यवस्था कर अपने आतिथ्य और सम्मान की भावना का परिचय दिया। मैक्सा लाइफ हॉस्पिटल की टीम ने कीर्तन में शामिल श्रद्धालुओं के लिए ठंडे पानी, जलपान और प्राथमिक उपचार की विशेष व्यवस्था की, जिससे किसी भी श्रद्धालु को यात्रा के दौरान असुविधा न हो।

इस अवसर पर डॉ. अनीस बेग ने कहा कि “गुरु नानक देव जी का संदेश मानवता, समानता और सेवा की भावना पर आधारित है। उन्होंने हमें सिखाया कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है। आज हर धर्म और हर वर्ग को उनके उपदेशों को अपने जीवन में अपनाने की आवश्यकता है।” उन्होंने आगे कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाज में प्रेम, शांति और आपसी भाईचारे को मजबूत बनाते हैं।
नगर कीर्तन में गुरुद्वारा सुभाष नगर सिंह सभा के प्रबंधक अध्यक्ष मनजीत सिंह नागपाल, सेक्रेटरी प्रदमान सिंह, गुरविंदर सिंह, रवि अरोड़ा, भूपेंद्र सिंह सनी, मिंटू चावला, साहिब सिंह होरा, हरभजन सिंह मौंग, हरप्रीत सिंह गोलू, इंद्रपाल सिंह गोल्डी, सनी सिंह, सुरजीत सिंह, अमरीक सिंह, मंगे सिंह, आदित्य कश्यप, जबल अहमद, साहिब सिंह, मोनू सिंह, महानगर सचिव ऋषि यादव, समाजसेवी दिलीप कुमार और पूर्व पार्षद अब्दुल जब्बार सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

यह शोभायात्रा सुभाष नगर गुरुद्वारे से प्रारंभ होकर चौकी चौराहा, बरेली कॉलेज, अयूब खां चौराहा से होती हुई चौराहा गुरुद्वारा पर जाकर संपन्न हुई। पूरे मार्ग पर संगतों और स्थानीय नागरिकों ने नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया। घरों और दुकानों से फूलों की वर्षा की गई, जिससे पूरा इलाका श्रद्धा और भक्ति से सराबोर हो गया।
स्थानीय लोगों ने कहा कि डॉ. अनीस बेग द्वारा किया गया स्वागत सुभाष नगर की गंगा-जमुनी तहजीब का सजीव उदाहरण है। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि बरेली में धार्मिक विविधता के बावजूद एकता और आपसी सम्मान की परंपरा जीवित है।
गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर सभी ने “गुरु पर्व की लख-लख बधाइयाँ” देते हुए उनके उपदेशों को याद किया। गुरु नानक देव जी ने हमेशा एकता, भाईचारे, मानवता और प्रेम का पैग़ाम दिया और देश की अखंडता को सर्वोपरि माना। उनके जीवन और शिक्षाएं आज भी समाज को नई दिशा देने में प्रेरणास्रोत हैं।

यह आयोजन केवल श्रद्धा का प्रतीक नहीं रहा, बल्कि सामाजिक सौहार्द और मानवता की एक मिसाल भी बन गया। नगर कीर्तन के समापन के साथ ही पूरे क्षेत्र में खुशी, भक्ति और एकता का संदेश गूंज उठा — जिसने यह सिद्ध कर दिया कि गुरु नानक देव जी के आदर्श आज भी समाज में जीवंत हैं।





