नीरज सिसौदिया, बरेली
समाजवादी पार्टी चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनीस बेग इन दिनों न सिर्फ बरेली में, बल्कि पूरे प्रदेश में अपनी सांप्रदायिक एकता और सामाजिक सौहार्द की मिसाल से चर्चा में हैं। उनका विनम्र स्वभाव, जनसेवा की भावना और सभी धर्मों के प्रति समान सम्मान ने उन्हें एक ऐसा चेहरा बना दिया है, जो राजनीति में भाईचारे और मोहब्बत की नई परिभाषा गढ़ रहा है।
उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय नेता भी उनके कार्यों के कायल हो चुके हैं। पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता नेहा यादव, पूर्व विधायक मिठाई लाल भारती, प्रदेश उपाध्यक्ष राजपाल कश्यप जैसे कई दिग्गज पहले ही डॉ. बेग की मानवता और सौहार्द की पहल की सराहना कर चुके हैं। अब इस सूची में शामिल हुए हैं सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी, जिन्होंने बरेली दौरे के दौरान डॉ. अनीस बेग से मुलाकात की और खुले मंच से उनकी तारीफ करते हुए कहा कि “हमें राजनीति में डॉक्टर अनीस बेग जैसे नेताओं को ही आगे बढ़ाना चाहिए।”
दरअसल, दो दिन पहले राजकुमार भाटी अपने बरेली प्रवास पर थे। इस दौरान उन्होंने बरेली कैंट विधानसभा सीट से टिकट के प्रबल दावेदार डॉ. अनीस बेग से उनके मैक्सा लाइफ सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल एंड फहमी आईवीएफ सेंटर में मुलाकात की। दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई, जिसमें डॉ. बेग ने उन्हें अपने सामाजिक और धार्मिक सौहार्द से जुड़े अभियानों की जानकारी दी। इस दौरान पार्टी के अन्य स्थानीय नेताओं ने भी भाटी को बताया कि कैसे डॉ. बेग ने बरेली में एकता, प्रेम और आपसी सद्भाव का वातावरण कायम किया है।
इन चर्चाओं के बाद राजकुमार भाटी ने मीडिया से बात करते हुए कहा –
“डॉक्टर अनीस बेग हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई में कोई भेदभाव नहीं करते। किसी का त्योहार हो तो उसे बधाई देते हैं, किसी का जुलूस निकले तो उसमें शरीक होते हैं और उसका स्वागत करते हैं। जल सेवा सहित कई तरह की सेवाएं उन धार्मिक आयोजनों में करते हैं। तो हमें ऐसा ही हिन्दुस्तान तो बनाना है। डॉक्टर अनीस बेग जैसे लोगों को ही हमें आगे बढ़ाना चाहिए।”
भाटी का यह बयान बरेली के साथ-साथ सपा के प्रदेश संगठन में भी चर्चा का विषय बन गया है। इसे न केवल डॉ. बेग की लोकप्रियता का प्रमाण माना जा रहा है, बल्कि यह संदेश भी है कि समाजवादी पार्टी अपने उन कार्यकर्ताओं को आगे ला रही है जो धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और एकता की भावना को सबसे ऊपर रखते हैं।

डॉ. अनीस बेग ने पिछले कई वर्षों में अपने कार्यों से साबित किया है कि राजनीति केवल भाषणों या नारों से नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग तक समान भाव से पहुंचने से मजबूत होती है। वह कभी कांवड़ियों पर पुष्प वर्षा करते नजर आते हैं तो कभी रामलीला मंच से भगवान राम के आदर्शों को अपनाने की अपील करते हैं। क्रिसमस के मौके पर वे चर्च जाकर लोगों से मिलते हैं और प्रेम एवं मेलजोल का संदेश देते हैं। वहीं, गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर निकलने वाले नगर कीर्तन में वे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और श्रद्धालुओं का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं।
उनकी यह बहुआयामी भूमिका उन्हें एक ऐसे जननेता के रूप में स्थापित करती है जो ‘सबका साथ, सबका सम्मान’ की भावना को व्यवहार में उतारते हैं। डॉक्टर बेग का मानना है कि धर्म, जाति या मजहब से ऊपर इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है, और जब तक समाज में भाईचारा नहीं होगा, तब तक कोई भी विकास स्थायी नहीं रह सकता।
स्थानीय स्तर पर भी डॉ. अनीस बेग की पहचान एक ऐसे चिकित्सक के रूप में है जो अपने पेशे को केवल जीविका का साधन नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम मानते हैं। उनके अस्पताल में गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर नियमित रूप से लगाए जाते हैं। साथ ही, वह स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता, रक्तदान और महिला स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी देते रहते हैं।

उनकी सबसे बड़ी ताकत यह है कि वे किसी भी धर्म या समुदाय के कार्यक्रम में बिना किसी भेदभाव के शामिल होते हैं। चाहे मंदिर हो या मस्जिद, गुरुद्वारा हो या चर्च — डॉ. बेग हर जगह समान आदर के साथ पहुंचते हैं। उनकी यही सर्वधर्म समभाव की सोच उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाती है।
सामाजिक सरोकारों के अलावा डॉ. बेग युवाओं को भी राजनीति में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं। उनका कहना है कि “आज राजनीति में नैतिकता और संवेदनशीलता की जरूरत है। अगर युवा प्रेम, सेवा और एकता की भावना से राजनीति में उतरेंगे तो देश का भविष्य बेहतर होगा।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि डॉ. अनीस बेग का यह संतुलित, शालीन और सौहार्दपूर्ण व्यक्तित्व समाजवादी पार्टी के लिए एक नई राजनीतिक धारा का प्रतीक बन सकता है। बरेली जैसे सांस्कृतिक और धार्मिक रूप से संवेदनशील शहर में उनकी सक्रियता ने कई बार तनावपूर्ण माहौल को भी शांति और संवाद में बदला है।

भाटी के इस बयान के बाद अब सपा के कार्यकर्ताओं में यह चर्चा तेज है कि आने वाले चुनावों में बरेली कैंट विधानसभा से डॉक्टर अनीस बेग पार्टी का मजबूत चेहरा बन सकते हैं। उनकी बढ़ती लोकप्रियता और जनता से सीधा जुड़ाव उन्हें बाकी दावेदारों से अलग पहचान देता है।
कुल मिलाकर, डॉ. अनीस बेग अब केवल एक चिकित्सक या स्थानीय नेता नहीं रहे, बल्कि वे बरेली में एकता, प्रेम और धर्मनिरपेक्षता के प्रतीक बन चुके हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी का समर्थन उनके इस बढ़ते कद का प्रमाण है।
जैसा कि भाटी ने कहा –
“ऐसे लोग ही असली हिन्दुस्तान की पहचान हैं — जो हर धर्म, हर वर्ग और हर व्यक्ति को समान भाव से गले लगाते हैं। हमें राजनीति में डॉक्टर अनीस बेग जैसे इंसानियत के सच्चे सिपाहियों को आगे लाना चाहिए।”
बरेली के लोग भी यही कहते हैं — अगर हर नेता में अनीस बेग जैसी सोच और संवेदना हो, तो समाज में नफरत नहीं, सिर्फ मोहब्बत और भाईचारा बचेगा।





