नीरज सिसौदिया, जालंधर
फाल्गुन मास शुरू हो चुका है और सूर्य देव कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं। जोकि शनि की तीसरी दृष्टि से पीड़ित हैं। इसी के साथ 17 फरवरी को चंद्रमा भी राहु से ग्रसित हो जाएंगे। यह योग क्या चमत्कार दिखाएगा। आइए आपको विस्तार से बताते हैं। प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य नरेशनाथ का मानना है कि जो योग बनने जा रहा है वो विनाशकारी साबित होगा। क्योंकि राहू और चंद्रमा कर्क राशि जोकि जल तत्व की द्योतक है, उसमें विराजमान हैं। सूर्य देव कुंभ में वायु तत्व राशि में और शनि देव अग्नि तत्व की राशि में विराजमान होने के कारण कई गुण खिलाएंगे।
जैसे कि देश और काल की स्थिति के अनुरुप 17 फरवरी से 3 मार्च के बीच आकाश तत्व से अग्नि अस्त्र का चलना अशुद्ध संकेतों का कारण बन सकता है। ऐसे में जल के निकट बंदरगाहों की सुरक्षा अधिक करनी पड़ेगी। धरती तत्व के विपरीत वायु और जल अग्नि के मिश्रण से भयानक त्रासदी बना सकते हैं। ज्योतिष के अनुसार एक महत्वपूर्ण निर्णय में वर्तमान देश की सरकार सेना रक्षा मंत्रालय को गुरु गोरखनाथ की गद्दी से सचेत कर रहा हूं कि ये वक्त सर्जिकल स्ट्राइक के लिए उचित नहीं है। यदि जल और वायु मार्ग के प्रयोग से मिसाइल यानी अग्नि अस्त्र का प्रयोग किया जाए तो आतंकवादी संगठन नेस्तनाबूद हो सकते हैं। क्योंकि पृथ्वी तत्व से जाना और आना घातक होगा।
यदि ज्योतिष गणना ठीक है तो 17, 18 और 19 तारीख के बीच में पाकिस्तान और चीन अपनी ज्यादा से ज्यादा सेना भारत की सीमा के नजदीक तैनात कर देगा। उन्होंने बताया कि 17 फरवरी 2.30 बजे के बाद उक्त योग बनने जा रहा है।