अमित पाठक, बहराइच
जनपद बहराइच के ग्रामसभा उधरना सरहदी का एक ऐसा मामला सामने आया जो सीधा प्रधानमंत्री आवास योजना को चुनौती दे रहा है.
मामला है उधरनासरहदी के अंतर्गत रमापति पुरवा का जहाँ रात में बारिश के दौरान मुन्नी देवी उम्र 70 वर्ष पत्नी स्वर्गीय पचई करीब रात 10:00 बजे इनके छप्पर का घर गिर गया जिसमें इन की बहू पुष्पा देवी उम्र 30साल और दो बच्चे सुमन देवी जिसकी उम्र 5साल व अनुराग 4साल का बच्चा छप्पर में दब गए, गांव वालों को सूचना मिलने पर उनकी मदद से छप्पर में दबे लोगों को बाहर निकाला गया जिसमें मुन्नी देवी के साथ उनकी बहू सुमन के भी दाए हाथ में चोट लगी और छप्पर रूपी मकान में रखा हुआ सामान एक फर्राटा पंखा 20किलो आटा और 50किलो चावल का भी नुकसान हुआ, सवाल यह उठता है कि प्रधानमंत्री की आवास योजना जो धरातल पर गरीब और गरीबी हटाओ अभियान बन कर क्रांति लाने को तत्पर है वह योजना इन पात्र गरीबों के लिए नहीं है तो किसके लिए है, इस गंभीर समस्या के संदर्भ में संवाददाता अमित पाठक को प्रधान प्रतिनिधि शिव कुमार पाण्डेय ने बताया कि इस परिवार को मेरे कार्यकाल से पहले आवास मिल चुका है, विचारणीय तथ्य ये है कि अगर आवास मिला तो मकान क्यों नहीं बना इस संदर्भ में दोषी जो भी हो परंतु छप्पर गिरने से मासूमों सहित पूरा परिवार नीचे दब गया अगर बड़ी दुर्घटना हो जाती तो इसका उत्तरदायी कौन होता |
धरातल पर मामला पात्र – अपात्र का हो सकता है जो भौतिक सत्यापन के बाद ही पता चलेगा की सच्चाई क्या है लेकिन छप्पर का घर गिर जाने से असहाय परिजन खुले आसमान में आगये है और घर का मुखिया भी दूर कहीं रोजी रोटी की तलाश में है |