लुधियाना से लौटकर नीरज सिसौदिया की रिपोर्ट
लुधियाना से रोजाना निकलने वाली नेपाल की लॉटरी जिस का कहीं भी सरकारी रिकॉर्ड नहीं है उससे पंजाब सरकार को रोजाना करोड़ों का चूना लग रहा है और पुलिस प्रशासन कुम्भकर्णी नीद में सोया हुआ है.
पंजाब सरकार की मान्यता के बिना ही नेपाल नामक लॉटरी जो सुबह नौ बजे शुरू हो कर रात साढ़े दस बजे तक इसके ड्रा निकाले जा रहे हैं. इस लॉटरी का गोरखधंधा करने वाले इस नेपाल की लॉटरी के ड्रा हर 15 मिनट बाद निकाल रहे हैं. इसका जाल लुधियाना के अलावा इसके आस पास क्षेत्र में फैला हुआ है.
इसको चलाने के लिए कारिंदों को 20 से 30 प्रतिशत कमीशन दी जाती है जबकि पंजाब सरकार या किसी भी स्टेट की लॉटरी की कमीशन इतनी नहीं देते पर यह गोरखधंधा करने वालों द्वारा यहां इस लॉटरी को इस प्रकार चलाया जा रहा है जैसे ये सरकारी हो. बताया जाता है कि पंजाब पुलिस का एक डीएसपी इसे संरक्षण दे रहा है.
सूत्रों से पता चला है इस लॉटरी के रोजाना डेढ़ सौ के लगभग ड्रा निकले जा रहे हैं और जो सिर्फ पर्ची पर ही होता है परन्तु जो नंबर सबसे कम लगा होता है उसको निकल दिया जाता है. जिस से ये लोग इस दस नंबरी लॉटरी का एक नंबर निकाल क़र नौ नंबर अपने रख लेते हैं
इस नेपाल लॉटरी की टिकट मात्र 11 रूपये में बेची जाती है और नंबर निकलने पर सौ रूपये दिए जाते हैं.
अगर आप के पास इस नेपाल लॉटरी का गोरखधंधा करने वाले के बारे में कोई भी जानकारी है तो हमें मोबाइल नंबर 7528022520 पर जानकारी दें. हम उसे प्रमुखता से प्रकाशित करेंगे.