नीरज सिसौदिया, जालंधर
जालंधर विकास प्राधिकरण के अधिकारी का काला खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक के बाद एक उनके रोज नए कारनामे सामने आ रहे हैं. इन काले कारनामों को देख कर लगता है कि सरकार इन अधिकारियों को काम करने के लिए नहीं बल्कि रिश्वत वसूलकर करोड़ पति बनने के लिए वेतन दे रही है. ताजा मामला लांबड़ा के पास स्थित एक ग्रामीण इलाके का सामने आया है.
यहां कल्याण पुर से रामपुर लल्लियां की ओर जाने वाली सड़क पर धड़ल्ले से अवैध कॉलोनी काटी जा रही है. लगभग तीन एकड़ में काटी गई इस कॉलोनी की परमिशन पुडा से तो नहीं ली गई गई है लेकिन जेडीए के जेई ने अपनी फीस वसूलकर परमिशन जरूर दे दी है. इसकी पुष्टि सूत्र करते हैं. अब जब जेई को उसकी फीस मिल गई है तो फिर पुडा के खाते में कुछ आए या न आए इससे उन्हें क्या फर्क पड़ता है. बता दें कि इस जेई का सरगना पुडा का ही एक एसडीओ है जो इस काले खेल माहिर है और जेई को भी अपनी सारी टेक्निक सिखा रहा है. इस कॉलोनी में लगभग डेढ़ लाख रुपये मरला के हिसाब से प्लॉटों का सौदा किया जा रहा है. हैरानी की बात तो यह है कि यहां तेजी से प्लॉटों की खरीद बिक्री का खेल चल रहा है लेकिन अपनी जेबें गर्म करके बैठे पुडा के अधिकारी सारे प्लॉट बिकने का इंतजार कर रहे हैं. प्लॉटों की एनओसी बिना किसी जांच पड़ताल के बांटी जा रही हैं. यही वजह है कि कॉलोनी में अब अवैध निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है. इससे पुडा के राजस्व को लाखों रुपए की चपत लग रही है.
पुडा के अधिकारियों का काला खेल यहीं पर खत्म नहीं होता. इस कॉलोनी से वापस आते वक्त वंडरलैंड के पीछे भी अवैध कॉमर्शियल निर्माण की बाढ़ सी आई हुई है. सूत्र बताते हैं कि यहां हो रहे अवैध निर्माणों से पुडा के जेई और एसडीओ ने लाखों रुपए रिश्वत वसूल की है.
यही वजह है कि इनके खिलाफ भी ये अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे. बहरहाल, पुडा के अधिकारियों के काले कारनामों का खुलासा हम करते रहेंगे. पुडा के अधिकारियों के काले खेल के बारे में जानने के लिए पढ़ते रहें www.indiatime24.com और सब्सक्राइब करें हमारे वेब टीवी indiatime24 को यू ट्यूब पर.