नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली
हमारे देश की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है. अगर हमने अब भी स्वदेशी को नहीं अपनाया तो आने वाली पीढ़ियां आर्थिक संकट झेलने को मजबूर हो जाएंगी. ये बातें समाजसेवी ख़मीम मालिक ने कहीं.
उन्होंने कहा कि साथियों आप सभी लोगों को मालूम है हमारे देश की अर्थव्यवस्था कैसी चल रही है । इसको हम सभी लोगों को मिलकर संभालना होगा वरना वो दिन दूर नही जब हम सब बहुत जल्द मुद्रास्फीति (इन्फ़्लेशन) का शिकार होंगे।
साथियों हम लोगों को पता है हम ऑनलाइन कंपनियों पर कितना निर्भर हो चुके है ।
छोटे से छोटे सामान भी हमें बाहर की कंपनियों के चाहिए ,सुविधाय भी हमें बाहर की कंपनियों की चाहिए। आपसे निवेदन करना चाहता हू कुछ समय के लिए बाहर की कंपनियों का सामान व सुविधा ना ख़रीदे।
ये थोड़ा मुश्किल ज़रूर होगा पर थोड़ा ख़याल करे हमारे देश के लिए,देश के माली हालात से कमज़ोर व्यक्तियो के लिए ,छोटे कारख़ाने (फ़ैक्टरी) चलाने वालों के लिए बहुत ज़रूरी है।
सभी लोगों के काम बंद है,अगर हम ही हिंदुस्तानी बना हुआ सामान नहीं ख़रीदेंगे ,हिंदुस्तानी सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो और पीछे हो जाएँगे जैसा कि प्रधानमंत्री जी ने कहा देश 10 साल पीछे हो सकता है अगर यही सब चलता रहा।
हमारे देश के प्रधानमंत्री जी ,मुख्यमंत्री जी सभी व्यस्त है covid19 से लड़ने में तो कुछ समय के लिए ये हमारी ज़िम्मेदारी बनती है की हम अपने ही हिंदुस्तान का बना हुआ सामान इस्तेमाल करे ,हिंदुस्तान की सुविधाय इस्तेमाल करे कुछ भी सामान बाहर की कंपनियों का ना ख़रीदे। अपना पैसा बराबर ख़र्च करते रहे सिर्फ़ ज़रूरती हिंदुस्तानी सामान ख़रीदने में अफ़वाहों की वजह से पैसा दबाकर ना रखे।
आपसे आशा करता हू आप भी अपनी ओर से लोगों से अपील करे इस विषय को लेकर।
भारतीय सामान ख़रीदने के लिए कहना आसान है, करना मुश्किल। बिगड़ी हुई अर्थव्यवस्था में जीने की बात करना आसान है, पर जीना मुश्किल। भारतीय बने, भारतीय खरीदें!