बोकारो थर्मल। रामचंद्र कुमार अंजाना
सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के गोबिंदपुर परियोजना में मुंशी के पद पर कार्यरत 58 वर्षीय सीसीएलकर्मी अशोक ठाकुर की ह्रदय गति रूकने के कारण मौत हो गयी। मृतक गोमिया के लटकुटा बस्ती का रहने वाला था। घटना तथा नौकरी व मुआवजा की मांग को लेकर कुछ घंटे के लिए काम बंद रहा। पत्नी सुमित्रा देवी के अलावा चार पुत्र सहित अन्य परिजन भी पहुंच गए।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि शनिवार दोपहर करीब दो बजे अशोक ठाकुर परियोजना के कांटा घर के समीप क्षेत्र में झाड़ी कटिंग में लगे मजदूरों को देखकर वापस कार्यालय लौट रहा था कि इसी दौरान अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गयी। ऐसे में वह कांटा घर के बगल में एक पत्थर पर बैठ गया। इसके कुछ देर बाद वह अचेत होकर पीठ के बल गिर गया और उसकी वहीं पर मौत हो गयी। इसकी सूचना मिलने के बाद सीसीएल अधिकारियों में गोबिंदपुर पीओ कुमार सौरव, एसओपी भरत जी ठाकुर, आरपी यादव, गुरु प्रसाद मंडल, डॉ विपीन कुमार के अलावा श्रमिक नेताओं में यूसीडब्ल्यूयू के महामंत्री लखनलाल महतो सहित रामेश्वर साव, अंजनी त्रिपाठी, सीपी सिंह, विकास सिंह, आर इग्नेश, रामेश्वर मंडल, बुधन प्रजापति, टिकैत महतो आदि घटनास्थल पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल तेनुघाट भेज दिया।
आश्रित को ज्वाइनिंग लेटर के बाद शव ले जाया जायेगा घर
सीसीएल गोबिंदपुर परियोजना में मुंशी के पद पर कार्यरत अशोक ठाकुर की मौत के बाद परियोजना का काम कुछ देर के लिए बंद रहा। हालांकि पीओ कुमार सौरव ने कहा कि काम बंद नहीं हुआ है। इधर, प्रबंधन के द्वारा मृतक के आश्रित को नौकरी देने का आश्वासन के बाद यूनियन नेता माने। तब जाकर शव को पोस्टमार्टम के तेनुघाट भेजा गया। यूनियन के नेताओं ने कहा कि सीसीएलकर्मी की मौत काम के दौरान हुई है। और ऐसा प्रावधान भी कोल इंडिया में है कि काम के दौरान किसी भी मजदूर की मौत होती है, तो उसके आश्रित को तुरंत ज्वानिंग लेटर प्रबंधन की और से दिया जाता है। पीओ ने कहा कि मजदूर की सामान्य मौत हुई है। वहीं मृतक के आश्रित को नौकरी दी मिलेगी, प्रकिया है।
मृतक के चार पुत्र ज्योति ठाकुर, चंदन ठाकुर, दीपक ठाकुर व गणेश ठाकुर के अलावा उनकी पत्नि सुमि़त्रा देवी है। किसी एक पुत्र को नौकरी मिलेगी। ऐसे में आपस तथा रिश्तेदारों के साथ आपसी सहमति बनायी जा रही है। दूसरी और यूनियन के नेताओं ने प्रबंधन पर आश्रित को नौकरी दिलाने के लिए लगातार दबाव बनाए हुई है। इस दौरान कई दौर की वार्ता भी हुई। यूनियन नेताओं ने कहा कि सीसीएलकर्मी के शव का पोस्टमार्टम के बाद गोबिंदपुर परियोजना लाया जाएगा। प्रबंधन के द्वारा आश्रित को नौकरी का ज्वानिंग लेटर देने के बाद यहां से उसका शव गोमिया जाएगा।