रमेश तंवर, चंडीगढ़
29 अप्रैल को रामलीला मैदान में कांग्रेस पार्टी की जन आक्रोश रैली को सफल बनाने के लिये आज चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने अपने दिल्ली आवास पर प्रदेश भर से जुटे नेताओं और वरिष्ठ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अह्वान किया कि वे रैली को सफल बनाने के लिये कोई कोर कसर न छोड़ें। आज की बैठक में हजारों की संख्या में आये वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं का जोश देखते हुए उन्होंने कहा कि अब वे रैली की सफलता को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। उन्होंने इस रैली के महत्व को समझाते हुए कहा कि हालाँकि ऐसे सीजन में रैली करना आसान नहीं है पर भाजपा की जनविरोधी और विनाशकारी नीतियों के कारण आज जिस तरह से पूरा देश दुखी है, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने देशवासियों की तकलीफों और देश की संवैधानिक संस्थाओं को पंगु बनाने की भाजपा की कोशिशों पर लगाम लगाने के लिये और दलितों, आदिवासियों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों, किसानों, मजदूरों और रोजगार के लिये जूझ रहे युवाओं की आवाज बुलन्द करने के लिये दिल्ली में रैली करने का फैसला लिया है।
हुड्डा ने कहा कि इस रैली को आप अपनी रैली समझें और रैली जितनी बड़ी होगी आप उतने ही ताकतवर होंगे। उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी जी ने गत कांग्रेस महाधिवेशन में उनपर देश के किसानों को दुर्दशा से निकालने बाबत प्रस्ताव तैयार करने की अहम जिम्मेदारी सौंपी थी। हम सब के लिये ख़ुशी की बात है कि हमारे द्वारा तैयार प्रस्ताव महाधिवेशन में ज्यों का त्यों पारित किया गया। कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद यह प्रस्ताव किसानों की तकदीर बदलने वाला साबित होगा। इसके मुताबिक किसान पूरी तरह कर्ज मुक्त किया जायेगा, किसान को उसकी फसल का भाव स्वामीनाथन फार्मूले के हिसाब से तय होगी जिसमे ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा भी शामिल होगा और MSP 50% मुनाफे के साथ तय होगी।
उन्होंने ने हरियाणा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसी नाकारा सरकार नहीं देखी, सरकार में बैठे लोगों ने गरीबों की दाल छीन ली, अवैध खनन में लिप्त हो पत्थर तक हजम कर लिये। गरीबों को मुफ्त में दी जाने वाली दवाओं में भी घोटाला कर डाला तथा नौकरियां रेट लिस्ट लगा कर नीलामी पर रख दीं। अज हरियाणा में किसान, व्यापारी, कर्मचारी और मजदूरी करके पेट भरने वाले सब लोग दुखी हैं। सरसों, गन्ना, सूरजमुखी, बाजरा, कपास उत्पादक किसानों को भाव के मामले में भारी मार पड़ी है। चारों ओर निराशा ही निराशा है, रैली के बाद वे आपके सहयोग से फिर से जनक्रांति यात्रा का अगला चरण शुरू करेंगे।
हुड्डा ने पहचान के सवाल पर कहा कि हमारी बड़ी हाजिरी ही हमारी पहचान होगी, हमने पहले भी कई मौकों पर विरोध प्रदर्शनों पर बड़ी भागीदारी कर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का काम किया है। राहुल गाँधी के अध्यक्ष बनने के बाद उनकी अध्यक्षता में यह पहली बड़ी रैली है, हम इस रैली को सफल बनाने के लिये कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने जिलेवार जिम्मेदारियां लगायीं।
बैठक को संबोधित करते हुए सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने जम कर भाजपा पर तंज कसा, उन्होंने कहा कि भाजपा कहती है कि कांग्रेस ने सत्तर साल में कुछ भी नहीं किया जबकि भाजपा ने कई रिकॉर्ड कायम किये हैं। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हाँ, कांग्रेस के समय बैंकों का 1 लाख करोड़ NPA था जो भाजपा शासन काल में 6 लाख करोड़ हो गया, देश की 70% दौलत चंद धनी परिवारों के पास इकट्ठी हो गयी, नोटबंदी के बाद काले धन से भाजपा के पार्टी कार्यालयों के लिये जमीन खरीदी गयी व आलिशान दफ्तर बनाये गये। भाजपा ने संसद, विधानसभा, मीडिया, न्यायपालिका व अन्य राष्ट्रीय महत्व की संस्थानों को पंगु बना दिया। भाजपा सरकार अपने वादों से मुकरने वाली सरकार साबित हुई और जनता की खुशहाली के लिये कोई काम नहीं किया है।
आज की बैठक की विशेष बात यह रही कि कुलदीप बिश्नोई सहित हरियाणा कांग्रेस के 14 विधायक, सौ से अधिक पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, गत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अधिकांश प्रत्याशी इस बैठक में मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, युवा कांग्रेस, एन एस यू आई, कांग्रेस सेवा दल, इंटेक और अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल हुए। बैठक में सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा, विधायक कुलदीप बिश्नोई, रघुवीर सिंह कादयान, कुलदीप शर्मा, करण दलाल, आनन्द सिंह दांगी, गीता भुक्कल, जगवीर सिंह मलिक, जयतीर्थ दहिया, श्रीकृष्ण हुड्डा, जयवीर बाल्मीकि, शकुंतला खटक, उदयभान, ललित नागर, पूर्व सांसद धरमपाल मलिक, कैलाशो सैनी, शादीलाल बत्रा, नवीन जिंदल, पूर्व विधायक निर्मल सिंह, प्रोफेसर संपत सिंह, राव नरेंद्र सिंह, शारदा राठौर, सतपाल सांगवान, रणवीर सिंह महेंद्रा, शिवचरण लाल शर्मा, लहरी सिंह, अर्जुन सिंह, आफताब अहमद, अनीता यादव, धरम सिंह छोकर, रामनिवास घोड़ेला, राव दान सिंह, रघुबीर सिंह तेवतिया, सोमवीर सिंह, विनोद भयाना, राव धरमपाल, सुभाष चौधरी, दिल्लूराम बाजीगर, रामभगत शर्मा, प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेडा, जसवंत बावल, रामबीर पटौदी, भारत भूषण बत्रा, भीमसेन मेहता, भरत सिंह बेनीवाल, रण सिंह मान, राजेन्द्र जून, नफे सिंह बाल्मीकि, बिशनलाल सैनी, कृष्णमूर्ति हुड्डा, संत कुमार, जरनैल सिंह, आजाद मोहम्मद, सत्यनारायण लाठर, परमवीर सिंह, देवराज दीवान, राव यादवेन्द्र सिंह, डॉ अशोक कश्यप, भाग सिंह छातर, धरमबीर गाबा, सुखबीर कटारिया, नरेश शर्मा, सुमिता सिंह, राकेश काम्बोज, रामेश्वर दयाल, रामभज लोदर, अनिल ठक्कर, सईदा खान ,चौः दिलबाग सिंह मोर, प्रदीप ढिलान सजूमा ,सूरेन्द् ढूल , मनोज पाई ,पप्पू राणा ,जिला पार्षद राममेहर.