अमित कुमार यादव, समस्तीपुर
जिले के हसनपुर प्रखंड क्षेत्र की कई पंचायतों की नवनिर्मित सड़कों की एक ही बरसात में पोल खुल गई. ये सड़क बल्लहपुर करेह नदी के तटबंध हैं. लगभग 2 से 3 पंचायत के लोगों को सखवा चौक हो या बिथान प्रखंड हो या हसनपुर प्रखंड मुख्यालय जाने का मात्र एक इसी सड़क का सहारा था। आज वो भी एक ही बारिश में अस्त व्यस्त हो गई. लोगों को आवागमन ठप है। ये सड़क करेह नदी के किनारे बना करेह बांध की है।
केलुहा,राजघाट होते हुए खगड़िया की तरफ जाती है। ये बांध कई वर्ष पुराना है। करीब 25-30 साल पुराना है। फिलहाल, इस पर 2-3 साल से काम चल रहा था। गांव के पूर्वी भाग में है और नदी के पश्चिम भाग, जब करेह नदी में बाढ़ आती है तो यही बांध गांव को बचाता है।
पहली ही बरसात में सड़क के बह जाने से इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं|
https://youtu.be/JdpEEHUjOaE
3 पंचायत के लोगों का प्रखंड मुख्यालय जाने का रास्ता बंद हो चुका है| ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी आम जनता को झेलनी पड़ रही है जिन्हें जरूरी काम से प्रखंड जाना है| कुछ लोग काम की तलाश में भी जाते हैं लेकिन सड़क की दुर्दशा के चलते उन्हें भी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है| सड़कें पानी से लबालब भरी हुई हैं लेकिन इस पानी की निकासी के लिए सड़क के किनारे कोई भी प्रबंध नहीं किया गया| अगर सड़क निर्माण के वक्त जल निकासी की भी व्यवस्था की जाती तो शायद इस दुर्दशा से ग्रामीणों को बचाया जा सकता था| सड़क निर्माण को देखकर साफ स्पष्ट है कि इसके निर्माण कार्य में गुणवत्ता का कोई भी ख्याल नहीं रखा गया है|