विचार

प्रमोद पारवाला की कविताएं : “वीरांगना’

रानी लक्ष्मी बाई की पुण्यतिथि पर विशेष  “मणिकर्णिका’था नाम उसका, वह”मोरोपंत’ की बेटी थी । युद्ध कौशल, निशानेबाजी, घुड़सवारी की चहेती थी। मर्दानी सी रहती थी वह, मर्दों जैसा ही शौर्य था। प्रजा के लिए उसके उर मे, अद्भुत प्रेम वा औदार्य था। “गंगाधर’ से ब्याह हुआ था, झांसी की रानी बन आई। “लक्ष्मीबाई’ था […]