दिल्ली

“वर्दी वाले गुंडों” को तानाशाह मत बनाइये मिस्टर शाह

नीरज सिसौदिया, नई दिल्ली पुलिस और वकील लोकतंत्र के दो ऐसे पहिए हैं जिनके बिना इंसाफ की गाड़ी एक कदम का फासला भी तय नहीं कर सकती| हिंदुस्तान के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब यह दोनों पहिए अलग-अलग दिशा में चल रहे हैं| मामला सिर्फ एक जरा सी बात का है जिसने […]